हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 20 अप्रैल: 2025,
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में एक बार फिर खाद्य सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। FSDA (फूड सेफ्टी एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन) की टीम ने मथुरा से लाए गए 850 किलो मिलावटी पनीर का भंडाफोड़ किया, जिसे लखनऊ के बाजारों में बेचा जाने वाला था। यह नकली पनीर रिफाइंड तेल और सिंथेटिक दूध से तैयार किया गया था, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता था।
मिलावटी पनीर की पहचान कैसे हुई?
FSDA टीम को सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर अर्जुनगंज इलाके में एक गाड़ी की जांच करने का निर्देश दिया गया। गाड़ी में भारी मात्रा में पनीर लदा हुआ था। जांच में यह पनीर पूरी तरह से नकली पाया गया। पनीर का निर्माण रिफाइंड तेल और सिंथेटिक दूध से किया गया था, जो मानव शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकता है।
क्या था मिलावट का असर?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के मिलावटी पनीर का सेवन करने से पेट संबंधित बीमारियां, फूड प्वाइजनिंग, लिवर और किडनी पर नकारात्मक असर हो सकता है। लंबे समय तक इस तरह के मिलावटी उत्पादों का सेवन स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का कारण बन सकता है।
FSDA की कड़ी कार्रवाई
FSDA अधिकारियों ने तत्काल प्रभाव से 850 किलो मिलावटी पनीर को जब्त कर लिया और मौके पर ही नष्ट करवा दिया। संबंधित व्यापारी के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यह कार्रवाई खाद्य सुरक्षा के प्रति FSDA की सतर्कता को दर्शाती है।
आम जनता से अपील
FSDA ने आम जनता से अपील की है कि वे जब भी खाने-पीने की वस्तुएं खरीदें, तो उनकी गुणवत्ता पर ध्यान दें। अगर उन्हें किसी भी उत्पाद में मिलावट या गुणवत्ता को लेकर शक हो, तो तुरंत विभाग को सूचित करें।
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि खाद्य सुरक्षा को लेकर सतर्कता बहुत आवश्यक है। FSDA की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि मिलावटखोरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी, और आम जनता का स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा।