हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 12 मई : 2025,
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर अखिलेश यादव का तीखा हमला, महिला सुरक्षा को लेकर भाजपा सरकार को घेरा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है। मेरठ और श्रावस्ती में हुई घटनाओं का हवाला देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध चरम पर हैं और भाजपा सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 2027 में जनता बदलाव का मन बना चुकी है।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल, अपराधियों को सत्ता का संरक्षण: अखिलेश
अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए मेरठ की घटना का ज़िक्र किया, जहाँ चलती कार में दो नाबालिग किशोरियों से गैंगरेप की वारदात हुई। वहीं, श्रावस्ती के इकौना थाना क्षेत्र में एक बच्ची के अपहरण की घटना को उठाते हुए उन्होंने कहा कि अब महिलाएं सड़कों पर भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उनका “जीरो टॉलरेंस” का दावा केवल दिखावा है, जबकि असलियत में अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है।
समाजवादी शासन में बनीं व्यवस्थाएं हुईं ध्वस्त: यादव
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए थे। उन्होंने कहा,
“हमारी सरकार ने 1090 वूमेन हेल्पलाइन और डायल 100 जैसी योजनाएं शुरू की थीं ताकि महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। लेकिन भाजपा सरकार ने इन व्यवस्थाओं को जानबूझकर कमजोर कर दिया।”
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू किया गया “एंटी रोमियो स्क्वाड” भी अब दिखावे तक सीमित रह गया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अब तो रोज अखबारों में बेटियों के साथ दरिंदगी की खबरें पढ़ने को मिलती हैं और सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है।”
जाति-धर्म देखकर हो रही कार्रवाई: अखिलेश का आरोप
अखिलेश यादव ने प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक भेदभाव का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का संचालन निष्पक्ष रूप से नहीं हो रहा।
“अगर अपराधी सत्ता से जुड़े हैं या किसी खास जाति-धर्म से हैं तो उन पर कार्रवाई नहीं होती। ऐसे माहौल में आम जनता खासकर महिलाएं डरी-सहमी रहती हैं।”
2027 में बदलेगी सत्ता: अखिलेश का दावा
राजनीतिक माहौल को भांपते हुए अखिलेश यादव ने भरोसा जताया कि जनता 2027 में भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ही वह विकल्प है जो प्रदेश में फिर से विकास, कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को बहाल कर सकती है।
“जनता अब भाजपा के झूठे वादों से ऊब चुकी है और समाजवादी सरकार को वापस लाने का मन बना चुकी है।”
NCRB की रिपोर्ट ने भी जताई चिंता
गौरतलब है कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में लगातार देश के शीर्ष राज्यों में बना हुआ है। यही वजह है कि विपक्ष लगातार राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहा है।
राजनीतिक विश्लेषण: चुनावी रणनीति का हिस्सा?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अखिलेश यादव की यह तीखी टिप्पणी न सिर्फ भाजपा सरकार पर हमला है, बल्कि 2027 के चुनावों के लिए उनकी रणनीति का हिस्सा भी है। महिला सुरक्षा, कानून व्यवस्था और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दे समाजवादी पार्टी के मुख्य एजेंडे में शामिल होते जा रहे हैं।