हिन्दुस्तान मिरर | 7 जुलाई 2025
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को लखनऊ स्थित सपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने घोषणा की कि यदि प्रदेश में सपा की सरकार बनती है तो कांवड़ यात्रियों के लिए विशेष कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिससे आमजन और दुकानदारों को कोई असुविधा न हो। साथ ही भाजपा की नीयत और नीति पर सवाल खड़े किए।
सपा सरकार में कांवड़ियों के लिए विशेष कॉरिडोर: अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले 20 वर्षों से केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकारें हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 7000 करोड़ रुपये की सड़क अपने नेताओं के घर तक बना दी, जो चलने लायक भी नहीं है। यदि ये पैसे श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए होते तो अब तक भव्य कॉरिडोर तैयार हो गया होता।
“हमारी सरकार बनी तो ऐसा कॉरिडोर बनाएंगे जिससे न दुकानदारों को परेशानी होगी और न सड़क पर चलने वाले नागरिकों को,” — अखिलेश यादव
भाजपा में तीन गुट: खुद मुख्तार, दिल्ली वाला और संधि साथी
अखिलेश यादव ने दावा किया कि भाजपा अब एक नहीं रही। उसमें तीन गुट बन चुके हैं –
1. खुद मुख्तार
2. दिल्ली वाले का उम्मीदवार
3. संधि साथी का कैंडिडेट
उन्होंने कहा कि भाजपा की आंतरिक राजनीति अब सत्ता से ज़्यादा निजी हितों पर केंद्रित है। साथ ही आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण में ट्रस्ट, पार्क और तालाबों पर अवैध कब्जे धड़ल्ले से हो रहे हैं।
नदियों की दुर्दशा और पर्यावरण की अनदेखी
सपा प्रमुख ने पर्यावरणीय मुद्दों पर भी सरकार को घेरा। कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बंद पड़े हैं और नालों का गंदा पानी सीधे नदियों में डाला जा रहा है। बुंदेलखंड की नदियों को इतना खोद दिया गया है कि हर जिले में टीले बन गए हैं, जो पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा हैं।
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बच्चों से राजनीति करवा रही है भाजपा: अखिलेश
अखिलेश ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा बच्चों को भी सियासी हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा,
“एक बच्ची टीवी पर कह रही थी कि वे अच्छे हैं और हम बुरे। बच्चों से राजनीति कराना शर्मनाक है। सियासत का खेल बड़ों का है।”
वृंदावन में आस्था के नाम पर व्यापार
उन्होंने वृंदावन में बन रहे कॉरिडोर को लेकर भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि आस्था के नाम पर लोगों की जेब भरी जा रही है, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई।
“बीजेपी के लोग आस्था को व्यापार बना रहे हैं, जबकि आस्था को आस्था ही रहने देना चाहिए।” — अखिलेश यादव
गडकरी अच्छे मंत्री, लेकिन यूपी को फायदा नहीं मिला
अखिलेश ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की प्रशंसा करते हुए तंज कसा कि वे अच्छे मंत्री हैं, लेकिन यूपी सरकार उनसे कुछ मांग ही नहीं रही। उन्होंने चंबल एक्सप्रेसवे की अधूरी स्थिति को उदाहरण बताते हुए कहा कि यह परियोजना आज भी अधर में लटकी हुई है, जबकि इससे गुजरने वाले सभी राज्यों में भाजपा की ही सरकार है।
ब्रजेश पाठक पर हमला: इलाज मंत्री खुद इलाज करा रहे
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पर सीधा तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि जो इलाज मंत्री हैं, वे खुद इलाज करा रहे हैं। लखनऊ के आम महोत्सव में गरीबों के आम लूट लिए गए। उन्होंने कहा कि नवाबों का शहर अब लूट का प्रतीक बन गया है।
आधार और वोटर ID लिंक न करना साजिश
अखिलेश ने केंद्र सरकार से सवाल पूछा कि जब 99% लोगों के पास आधार है तो वोटर आईडी को उससे लिंक करने में क्या परेशानी है? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर वोटर को उलझा रही है ताकि चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित किया जा सके।
गंगाजल विवाद पर तंज: हम तो गंगाजल में नहा कर आए हैं
अखिलेश ने भाजपा के कथित आरोपों पर चुटकी लेते हुए कहा कि सुना है कुछ लोग उन्हें गंगाजल पिलाना चाहते हैं।
“हम तो गंगाजल में नहा कर आ गए। अब क्या मंदिर, आवास और आत्मा सब धोएगी बीजेपी सरकार?” — अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में न केवल भाजपा सरकार की योजनाओं और कार्यशैली पर सवाल उठाए, बल्कि आगामी चुनावों के लिए अपनी प्राथमिकताओं को भी स्पष्ट किया। कांवड़ियों के लिए विशेष कॉरिडोर बनाने की घोषणा उनके धार्मिक कार्ड को पुनः सक्रिय करने की कोशिश मानी जा रही है, जबकि भाजपा के भीतर गुटबाजी के आरोप उनकी रणनीति का हिस्सा लगते हैं।