हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 8 मई : 2025,
नई दिल्ली / इस्लामाबाद | 8 मई 2025
भारत द्वारा 6 मई को पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किए गए अभूतपूर्व सैन्य अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद आतंकी संगठन अल-कायदा की भारतीय उपमहाद्वीप शाखा (AQIS) ने एक बयान जारी कर भारत को खुली धमकी दी है। यह बयान संगठन की मीडिया शाखा अस-सहाब मीडिया (As-Sahab Media) के माध्यम से सामने आया है।
बयान में क्या कहा AQIS ने?
7 मई 2025 को जारी इस बयान में AQIS ने दावा किया है कि भारतीय सरकार, जिसे उन्होंने “भगवा सरकार” कहा है, ने पाकिस्तान में छह स्थानों पर बमबारी की, जिनमें मस्जिदें और रिहायशी बस्तियां शामिल थीं। बयान में कहा गया:
“हम अल्लाह के हैं और उसी की ओर लौटेंगे। अल्लाह शहीदों को जन्नत में ऊंचा स्थान दे और घायलों को जल्द ठीक करे। यह हमला भगवा सरकार के अपराधों की लिस्ट में एक और काला अध्याय है।”

आतंकी संगठन ने भारत पर इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ ‘सांस्कृतिक, राजनीतिक और सैन्य’ युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया और कहा कि AQIS अब इस संघर्ष को जिहाद घोषित करता है।
AQIS का एलान: भारत के खिलाफ जिहाद
बयान में यह भी कहा गया:
“भारत के खिलाफ यह जंग जिहाद है। यह हमारा फर्ज है कि अल्लाह का नाम बुलंद करें, इस्लाम की रक्षा करें और उत्पीड़ित मुसलमानों का साथ दें। हम अल्लाह की मदद से तब तक लड़ते रहेंगे जब तक हर जुल्म का बदला न ले लें।”
AQIS ने भारतीय मुसलमानों और पूरे उपमहाद्वीप के मुसलमानों से इस ‘जिहाद’ में शामिल होने की अपील की है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
6 मई 2025 की रात करीब 1 बजे से लेकर 1:30 बजे तक भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” को अंजाम दिया। यह हमला पाकिस्तान अधिकृत इलाकों में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया।
- पहली बार 1971 युद्ध के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान की जमीन पर मिसाइलें दागीं।
- ऑपरेशन में वायुसेना के साथ-साथ थलसेना की आधुनिक आर्टिलरी यूनिट्स ने भी भाग लिया।
- अत्याधुनिक हथियार और स्मार्ट टारगेटिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया।
सूत्रों के अनुसार, इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और AQIS के ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
भारत की आधिकारिक प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने अभी तक AQIS के बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इस बयान को गंभीरता से लेते हुए देशभर में हाई अलर्ट पर हैं। खुफिया सूत्रों का कहना है कि इस प्रकार के बयान आतंकवादी संगठन की रणनीति का हिस्सा हो सकते हैं जिससे वे भारत और दुनिया भर के मुसलमानों को कट्टरपंथ के लिए उकसाना चाहते हैं।