हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 13 अक्टूबर 2025 : रबी फसलों की बुआई को लेकर अलीगढ़ जनपद के किसानों को अब उर्वरक की कमी की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। जिला कृषि अधिकारी धीरेन्द्र सिंह चौधरी ने जानकारी दी कि जिले में डीएपी और एनपीके उर्वरक का पर्याप्त भंडारण किया जा चुका है। सहकारी क्षेत्र में 6308 मीट्रिक टन डीएपी और 2491 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध हैं, जबकि निजी क्षेत्र में 2252 मीट्रिक टन डीएपी और 5795 मीट्रिक टन एनपीके का भंडारण किया गया है। इस प्रकार जिले में कुल 8560 मीट्रिक टन डीएपी और 8286 मीट्रिक टन एनपीके की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।

उन्होंने बताया कि 14 अक्टूबर तक इफको डीएपी और एनपीके की रैक रैक पॉइंट पर आने की संभावना है, जिससे 44,658 बैग डीएपी और 10,200 बैग एनपीके (20:20:0:13) किसानों के वितरण के लिए प्राप्त होंगे। कुल आवंटित मात्रा में से 20 प्रतिशत उर्वरक इफको के एग्री जंक्शन केंद्रों पर और 80 प्रतिशत सहकारी समितियों व इफको केंद्रों — गोण्डा, इगलास, खैर, जट्टारी और जिरौली धूम सिंह — के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे।
जिला कृषि अधिकारी ने सभी संस्था और निजी विक्रेताओं को निर्देशित किया कि किसानों की खतौनी देखकर ही उर्वरक दिया जाए और प्रति हेक्टेयर अधिकतम 5 बैग डीएपी और 7 बैग यूरिया से अधिक विक्रय न किया जाए। साथ ही कृषकों से अपील की गई है कि वे संतुलित उर्वरक का उपयोग करें, जिससे लागत घटेगी और भूमि की उर्वरा शक्ति बनी रहेगी।
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि उर्वरक खरीदते समय खतौनी व आधार कार्ड साथ रखें, केवल अधिकृत विक्रेता से ही खरीदें, मशीन से निकलने वाली पर्ची अवश्य लें और अनावश्यक भंडारण से बचें। कृषि विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसानों की मांग के अनुसार फास्फेटिक व पोटेशिक उर्वरक निर्धारित मूल्य पर निरंतर उपलब्ध रहेंगे।

















