हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने पाकिस्तानियों को वीजा जारी करने पर रोक लगा दी है। यह जानकारी पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने सीनेट समिति को सौंपी गई रिपोर्ट में दी। मंत्रालय के अनुसार, यूएई ने आम नागरिकों को वीजा देने से इनकार कर दिया है और इसका मुख्य कारण पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा बढ़ता अपराध है। पिछले वर्ष ही यूएई ने पाकिस्तान को इस बारे में अलर्ट किया था कि बड़ी संख्या में पाकिस्तानी प्रवासी अपराध गतिविधियों में शामिल पाए जा रहे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया कि यूएई और पाकिस्तान के बीच मजबूत राजनीतिक और व्यापारिक संबंध होने के बावजूद वीजा जारी नहीं किए जा रहे। यूएई में लगभग 19 लाख पाकिस्तानी रहते हैं और हर साल हजारों लोग नौकरी और धंधे के लिए वहां जाते हैं। वर्ष 2024 में 64,000 पाकिस्तानी वर्क वीजा पर यूएई पहुंचे थे, वहीं 2025 की शुरुआत में भी 13,000 को वीजा मिला था। लेकिन अब इस प्रक्रिया को पूरी तरह रोक दिया गया है, जिससे पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है।
यूएई के इस निर्णय के पीछे कई कारण बताए गए हैं। पाकिस्तानी सीनेट मानवाधिकार समिति की प्रमुख समीना मुमताज़ जेहरी के अनुसार, कई पाकिस्तानी वहां जाकर चोरी, भीख मांगने और लोगों को झूठे मामलों में फंसाने जैसी गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं। यूएई के श्रम मंत्रालय को भी शिकायत मिली थी कि कुछ पाकिस्तानी बिना अनुमति महिलाओं के वीडियो बनाते हैं। पिछले वर्ष पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के सचिव ने बताया था कि यूएई के श्रमिक बल में दर्ज अपराधों का लगभग 50% हिस्सा पाकिस्तानी नागरिकों से जुड़ा है।
हालांकि अभी आधिकारिक रूप से वीजा पर पूर्ण प्रतिबंध लागू नहीं हुआ है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह प्रतिबंध औपचारिक हो गया तो इसे हटाना बेहद कठिन होगा। सऊदी अरब भी ऐसे कदम पर विचार कर रहा था, लेकिन पाकिस्तान सरकार के अनुरोध पर उसने फिलहाल निर्णय टाल दिया।













