पटना, हिन्दुस्तान मिरर न्यूज।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। एक ओर जहां एनडीए के स्टार प्रचारक मैदान में उतर चुके हैं, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर जोरदार तनातनी जारी है। पहले चरण के नामांकन की समय-सीमा खत्म हो चुकी है, लेकिन अब तक महागठबंधन कोई ठोस फार्मूला तय नहीं कर पाया है। नतीजतन, 6 सीटों पर घटक दलों के उम्मीदवार आमने-सामने हैं, जिससे अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है।
इस बीच, एलजेपी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने तंज कसते हुए कहा— “जो अपने गठबंधन में टिकट नहीं दे पा रहे, वे जनता को नौकरी क्या देंगे?” उनके इस बयान ने विपक्ष पर राजनीतिक वार कर दिया है।
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बिहार दौरा आज तीसरे दिन भी जारी है। उन्होंने छपरा में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर हमला बोला। अमित शाह ने कहा कि “राहुल गांधी चाहे जितनी भी ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ निकाल लें, लेकिन बीजेपी देश में अवैध प्रवासियों को कभी आने नहीं देगी।”
साथ ही, एनडीए के स्टार प्रचारक मनोज तिवारी ने भी बिहार चुनाव के लिए बने थीम सॉन्ग “ई बिहार है, बिहार है, बिहार भैया” को अपने अंदाज में लॉन्च किया। उन्होंने न्यूज18 इंडिया से बातचीत में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि “हम रवि किशन, निरहुआ और पवन के गुरु हैं। खेसारी यादव बड़े स्टार हैं, लेकिन गलत पार्टी में चले गए। पवन सिंह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।”
बिहार की सियासत इन दिनों पूरी तरह गर्म है—एक ओर एनडीए का संगठित प्रचार अभियान, तो दूसरी ओर महागठबंधन की अंदरूनी खींचतान। ऐसे में आने वाले दिनों में राजनीतिक समीकरण किस दिशा में जाएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।















