हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 13 मई : 2025,
जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में संदिग्ध ड्रोन देखे जाने के बाद सुरक्षा और सियासत दोनों का माहौल गरमा गया है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। वहीं, सेना ने स्थिति पर नियंत्रण की बात कही है, लेकिन कई इलाकों में एहतियातन ब्लैकआउट कर दिया गया है। आइए, जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम की पूरी कहानी विस्तार से।
सांबा में दिखे संदिग्ध ड्रोन, सेना अलर्ट
12 मई की रात को जम्मू क्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सांबा जिले में संदिग्ध ड्रोन देखे गए। सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां तुरंत सक्रिय हो गईं। सेना ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है और ड्रोन से निपटने की प्रक्रिया जारी है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशकों (DGMO) के बीच संघर्षविराम को लेकर बातचीत हुई थी।
ब्लैकआउट: सुरक्षा के तहत उठाया गया कदम
स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के सांबा, कठुआ, राजौरी और जम्मू के कई हिस्सों में बिजली की आपूर्ति काट दी गई। सूत्रों के अनुसार, माता वैष्णो देवी मंदिर और मंदिर मार्ग की लाइटें भी बंद कर दी गईं हैं, ताकि किसी भी संभावित आतंकी गतिविधि को रोका जा सके।
सियासत गर्माई: संजय सिंह का मोदी पर तीखा वार
आप सांसद संजय सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर पाकिस्तान से सीजफायर कर बड़ी गलती की है। उन्होंने कहा:
“ट्रंप के कहने पर आतंकवादियों के पनाहगाह देश पाकिस्तान के साथ सीजफायर करके तुमने बहुत बड़ी गलती की है मोदी जी।”
संजय सिंह ने पीएम मोदी के 12 मई के संबोधन के तुरंत बाद ड्रोन गतिविधि को लेकर सरकार की नीति पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि पाकिस्तान सीजफायर का फायदा उठाकर फिर से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में जुट गया है।
DGMO मीटिंग: सीजफायर के बाद की रणनीति
10 मई को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच बातचीत हुई थी, जिसमें दोनों देशों ने संघर्षविराम और अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों की संख्या कम करने पर चर्चा की थी। इस बैठक के कुछ ही घंटों बाद सांबा में ड्रोन देखे गए, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं।
पीएम मोदी का सख्त संदेश: आतंकवाद और बातचीत साथ नहीं
पीएम नरेंद्र मोदी ने 12 मई की रात 8 बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर देश को संबोधित किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि:
“आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान से बातचीत तभी होगी जब विषय आतंकवाद और पीओके होगा।”
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान भारत से डर गया है और उसने भारत के DGMO से संपर्क कर यह भरोसा दिलाया कि कोई सैन्य दुस्साहस नहीं करेगा।
ड्रोन के जरिए नए खतरे की आहट
सांबा में ड्रोन गतिविधि ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या पाकिस्तान संघर्षविराम की आड़ में आतंकी मंसूबों को आगे बढ़ा रहा है? वहीं, विपक्ष सरकार की रणनीति पर सवाल खड़े कर रहा है। फिलहाल सेना और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।