हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 30 अप्रैल: 2025,
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भट ने दी आत्मरक्षा के लिए हथियार रखने की सलाह, महिलाओं को भी चाकू रखने की अपील
30 अप्रैल 2025 — राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता के. प्रभाकर भट ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का हवाला देते हुए एक बड़ा और विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने हिंदुओं से आग्रह किया कि वे आत्मरक्षा के लिए अपने घरों में तलवार और चाकू जैसे हथियार रखें।
कासरगोड जिले के मंजेश्वर के वर्कडी में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम में भट ने कहा, “हर हिंदू के घर में तलवार होनी चाहिए। अगर पहलगाम हमले के दौरान हिंदुओं ने तलवार दिखाई होती, तो वह काफी होता।”
महिलाओं को भी आत्मरक्षा के लिए चाकू रखने की सलाह
के. प्रभाकर भट ने यह भी सुझाव दिया कि महिलाएं अपने बैग में सामान्य सामान के साथ एक चाकू भी रखें। उन्होंने दावा किया कि छह इंच तक का चाकू रखने के लिए किसी लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है। भट ने कहा, “अगर आप शाम के बाद बाहर हैं तो हमला होने की पूरी संभावना है। हमलावरों से विनती न करें — बस चाकू दिखाएं और वे भाग जाएंगे।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि पहले जब हिंदू-मुस्लिम झड़पें होती थीं, तो हिंदू भागते थे, लेकिन अब परिस्थितियाँ बदल रही हैं। “हमें अब डरना नहीं चाहिए, बल्कि आत्मरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए,” उन्होंने कहा।
अब तक पुलिस का कोई आधिकारिक बयान नहीं
इस बयान पर अभी तक स्थानीय पुलिस या प्रशासन की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, इस तरह के बयानों पर समाज में बहस तेज हो गई है, खासकर हथियारों के खुले इस्तेमाल और धार्मिक आधार पर सुरक्षा के मुद्दे को लेकर।
“आतंकियों के अंतिम संस्कार में न जाएं”: इंद्रेश कुमार की अपील
आरएसएस नेता ने मुसलमानों से की आतंकियों से दूरी बनाए रखने की अपील
आरएसएस के एक अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने मंगलवार (29 अप्रैल 2025) को पहलगाम हमले की निंदा करते हुए एक और अहम बयान दिया। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे आतंकियों के जनाजे में शिरकत न करें और न ही उन्हें कब्रगाह में जगह दें।
उन्होंने कहा, “आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता। जब उनके लिए नमाज अदा की जाती है, कब्र दी जाती है या जनाजे में शामिल हुआ जाता है, तो यह संकेत देता है कि वे किसी धर्म के प्रतिनिधि हैं — जो पूरी तरह गलत है।”
“पाकिस्तान अब टूटने की कगार पर है”: इंद्रेश कुमार
इंद्रेश कुमार ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान अब विघटन के कगार पर है। उन्होंने कहा कि सिंध, बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर आज़ादी की मांग कर रहे हैं। उनका कहना था कि अगर 20-30 साल पहले कठोर निर्णय लिए गए होते तो आज जम्मू-कश्मीर की स्थिति बिल्कुल अलग होती।
उन्होंने पहलगाम में एक स्मारक निर्माण का भी प्रस्ताव दिया ताकि वहां हुए आतंकवादी हमले और पाकिस्तान की ‘बर्बरता’ को स्मरण रखा जा सके।