हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 30 अप्रैल: 2025,
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने UNSC के सात अस्थायी सदस्यों से की बातचीत
जम्मू-कश्मीर के पहुत्री पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से कूटनीतिक कदम उठाए हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के अस्थायी सदस्य देशों – स्लोवेनिया, पनामा, अल्जीरिया, गुयाना, डेनमार्क, पाकिस्तान और कोरिया गणराज्य के अपने समकक्षों से अलग-अलग बातचीत की।
UN महासचिव एंतोनियो गुतारेस से फोन पर चर्चा
विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से भी बातचीत की। इस दौरान उन्होंने हमले के “अपराधियों, योजनाकारों और समर्थकों” को न्याय के कटघरे में लाने की भारत की प्रतिबद्धता जताई। जयशंकर ने बाद में सोशल मीडिया पर लिखा –
“पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की स्पष्ट निंदा करने के लिए महासचिव की सराहना करता हूं।”
भारत ने UNSC के बयान को बताया ‘अपर्याप्त’
25 अप्रैल को UNSC ने एक बयान जारी कर हमले की निंदा की थी, लेकिन भारत का मानना है कि पाकिस्तान और चीन के हस्तक्षेप से इस बयान को कमजोर किया गया। जयशंकर ने संबंधित देशों को भारत की “जीरो टॉलरेंस फॉर टेररिज्म” की नीति से अवगत कराया।
कूटनीतिक स्तर पर विस्तृत वार्ताएं
गुयाना के विदेश मंत्री ह्यूग हिल्टन टॉड से चर्चा
जयशंकर ने बताया कि उन्होंने गुयाना के विदेश मंत्री ह्यूग हिल्टन टॉड से गर्मजोशी भरी बातचीत की। दोनों नेताओं ने पहलगाम हमले की निंदा की और आतंकवाद से मिलकर लड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया।
स्लोवेनिया और पनामा से समर्थन
स्लोवेनिया की विदेश मंत्री तानजा फाजोन द्वारा हमले की निंदा करने पर जयशंकर ने धन्यवाद दिया। पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज ने भी भारत के प्रति एकजुटता प्रकट की, जिस पर भारत ने आभार जताया।
अल्जीरिया और सिएरा लियोन से भी समर्थन
जयशंकर ने अल्जीरिया के विदेश मंत्री अहमद अत्ताफ और सिएरा लियोन के विदेश मंत्री टिमकब्बा से बातचीत की और उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। भारत ने इस दौरान द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
दुनिया के कई बड़े देशों ने भारत को दिया समर्थन
इस आतंकी हमले के बाद दुनिया के कई ताकतवर राष्ट्रों ने भारत का समर्थन किया है:
- अमेरिका – राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
- फ्रांस – राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों
- इज़राइल – प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू
- जापान, इटली, मिस्र, जॉर्डन, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, नीदरलैंड, UAE और नेपाल के प्रमुख नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर हमले की कड़ी निंदा की और एकजुटता जताई।
प्रधानमंत्री का कड़ा संदेश: “दोषियों को मिलेगा सबसे कठोर जवाब”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा:
“हमले के दोषियों और साजिशकर्ताओं को सबसे कड़ा जवाब दिया जाएगा।”
इसके बाद प्रधानमंत्री ने सेना को पूरी परिचालनिक स्वतंत्रता (Operational Freedom) दी है। साथ ही उन्होंने रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की।