हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 24 अप्रैल: 2025,
पहलगाम आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर में सर्वदलीय बैठक: एकजुटता और शोक की लहर
22 अप्रैल के आतंकी हमले ने पूरे राज्य को झकझोरा
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे जम्मू-कश्मीर को सदमे में डाल दिया है। इस घटना में कई बेकसूर नागरिकों की जान गई, जिसके बाद राज्य सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की।
सीएम उमर अब्दुल्ला बोले – “हम बर्बरता के खिलाफ एकजुट हैं”
बैठक में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, “हम इस बर्बर और अमानवीय हमले की कड़ी निंदा करते हैं। समाज में निर्दोष लोगों पर इस तरह के हमलों की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।
“सैयद आदिल हुसैन शाह के बलिदान को सलाम” – सीएम
सीएम उमर ने सैयद आदिल हुसैन शाह के बलिदान को याद करते हुए कहा कि वह पर्यटकों की जान बचाते हुए शहीद हो गए। वह अपने घोड़े पर पर्यटकों को ले जाते थे और हमले के समय आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। राज्य सरकार ने उनके साहस को सलाम किया है।
गुलाम नबी आजाद का बयान – “सभी दहशतगर्दों के खिलाफ एकजुट”
इस बैठक में शामिल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा, “इस दुखद घटना ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है। हिंदू हो या मुसलमान, जम्मू-कश्मीर की आवाम आतंक के खिलाफ एकजुट है। हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं।”
सज्जाद लोन बोले – “मुसीबत की घड़ी में सब साथ”
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन ने कहा कि बैठक में सभी दलों की भावनाएं एक जैसी थीं। “हमने इस मुश्किल वक्त में एकजुटता दिखाई है,” उन्होंने कहा।
बाहर रहने वाले कश्मीरियों की सुरक्षा पर भी हुई चर्चा
नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी ने बताया कि बैठक में देश के अन्य हिस्सों में रह रहे कश्मीरियों की सुरक्षा पर भी बात हुई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अन्य राज्यों से समन्वय बनाकर कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। इसके लिए विशेष विधानसभा सत्र बुलाया जा रहा है और हेल्पलाइन सेवाओं में इजाफा करने पर भी चर्चा हुई।