हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 13अप्रैल: 2025,
अलीगढ़, 13 अप्रैल: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के जेएन मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर सैयद जियाउर रहमान ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक में मुख्य विशेषज्ञ के रूप में भाग लिया। यह बैठक दक्षिण-पूर्व एशिया रेगुलेटरी नेटवर्क (SARN) के अंतर्गत आयोजित की गई थी।
विभाग की उपलब्धियों को किया उजागर
इस बैठक में प्रो. रहमान ने फार्माकोविजिलेंस के क्षेत्र में विभाग द्वारा प्राप्त प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस तरह विभाग बीते तीन दशकों से दवा सुरक्षा और मरीज कल्याण के लिए निरंतर कार्यरत है। इस प्रयास का श्रेय उन्होंने विभाग के पूर्व अध्यक्ष और भारत में फार्माकोविजिलेंस के अग्रदूत माने जाने वाले दिवंगत प्रो. के.सी. सिंघल को दिया, जिनके दूरदर्शी नेतृत्व ने इस परंपरा को जन्म दिया।
क्षेत्रीय सहयोग पर दिया ज़ोर
बैठक में दक्षिण-पूर्व एशिया के विभिन्न देशों की स्वास्थ्य नियामक संस्थाओं और पेशेवर संगठनों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सर्न वर्किंग ग्रुप 3 की इस बैठक की अध्यक्षता एड्रियन इनौबली ने की, जिसमें फार्माकोविजिलेंस रिपोर्टिंग प्रणालियों को सुदृढ़ करने और विस्तार देने पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
प्रो. रहमान ने इस बात को रेखांकित किया कि भारतीय फार्माकोपिया आयोग, एएमसी एंड पीवीपीआई तथा एमडीएमसी एंड एमवीपीआई जैसे कार्यक्रमों के समन्वयक और सोसाइटी ऑफ फार्माकोविजिलेंस (इंडिया) के राष्ट्रीय सचिव के रूप में उनकी भूमिका इस दिशा में बेहद महत्वपूर्ण रही है।