हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:18 जुलाई 2025
प्रदेश अध्यक्ष और ब्रज प्रांत अध्यक्ष आमने-सामने
अलीगढ़, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ में मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर प्रदेश अध्यक्ष दिलनवाज खान और ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष डॉ. इरफान खान के बीच तीखा टकराव सामने आया है। मामला आसमा वारसी (कासगंज) को मंडल अध्यक्ष बनाए जाने का है, जिसे दिलनवाज खान ने पार्टी की संवैधानिक व्यवस्था के खिलाफ और फर्जी नियुक्ति करार दिया है।
त्यागी से शिकायत, नियुक्ति रद्द करने का निर्देश
पूर्व विधायक दिलनवाज खान ने इस विवादित नियुक्ति की जानकारी रालोद के राष्ट्रीय महासचिव (प्रशासन) त्रिलोक त्यागी को दी। उन्होंने बताया कि त्यागी ने इस नियुक्ति को रद्द करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने डॉ. इरफान से भी मामले में बात की।
इरफान खान का दावा: नियुक्ति वैध और अंतिम
वहीं, डॉ. इरफान खान ने स्पष्ट किया कि आसमा वारसी की नियुक्ति पूरी तरह संवैधानिक है और वह अपने पद पर कार्य करती रहेंगी। उन्होंने यह नियुक्ति 16 जुलाई को हाथरस में आयोजित रालोद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के ब्रज प्रांत सम्मेलन में मंच से घोषित की थी, जिसमें सादाबाद विधायक प्रदीप चौधरी उर्फ गुड्डू समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।
सम्मेलन में दिलनवाज रहे अनुपस्थित
बताया गया कि प्रदेश अध्यक्ष दिलनवाज खान निजी कारणों से सम्मेलन में शामिल नहीं हो सके। इसी मंच पर डॉ. इरफान ने आसमा वारसी को नियुक्ति पत्र सौंपा।
जिला और महानगर अध्यक्ष भी नाखुश
कासगंज के जिलाध्यक्ष ने जब दिलनवाज से इस नियुक्ति की पुष्टि करनी चाही तो उन्होंने इसे फर्जी बताया। वहीं, अलीगढ़ के महानगर अध्यक्ष अब्दुल्ला शेरवानी ने कहा कि इस तरह की नियुक्ति करने का अधिकार ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष के पास नहीं है, जिससे पार्टी में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है।