हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
के सतना जिले से मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जिले के सरदार वल्लभभाई पटेल जिला अस्पताल परिसर में दो युवकों ने चोरी के संदेह में एक गरीब युवक को लाठी-डंडों और घूंसे-लातों से बुरी तरह पीट डाला। यह पूरी घटना अस्पताल परिसर में आम लोगों की भीड़ के बीच हुई, लेकिन कोई भी युवक को बचाने आगे नहीं आया।

घटना तब और शर्मनाक हो गई जब पीड़ित युवक की तलाशी ली गई और उसकी जेब से सिर्फ दो सूखी रोटियां और नमक की एक छोटी सी पुड़िया निकली। इससे साफ हो गया कि वह कोई चोर नहीं बल्कि शायद भूख से परेशान एक मजबूर इंसान था, जो भोजन की तलाश में अस्पताल आया था।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पीड़ित युवक ने खुद को निर्दोष बताते हुए बार-बार विनती की, लेकिन हमलावरों ने उसकी एक न सुनी और उसे बुरी तरह पीटते रहे।
पुलिस ने अब इस मामले में दो आरोपियों की पहचान कर ली है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इस घटना ने न केवल स्थानीय प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि समाज की संवेदनहीनता को भी उजागर किया है।
सवाल यह है कि क्या आज भी भूखमरी और गरीबी को अपराध की तरह देखा जा रहा है? क्या इंसानियत इतनी मर चुकी है कि दो रोटियों की तलाश करने वाले को भी बर्बरता से पीटा जाए?
यह घटना सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि हमारे समाज के गिरते मानवीय मूल्यों का आईना है।