हिन्दुस्तान मिरर न्यूज।
नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा जीवन बीमा पर जीएसटी (GST) दर को 18% से घटाकर शून्य किए जाने का सीधा फायदा देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को मिला है। जीएसटी सुधार लागू होने के पहले ही दिन एलआईसी को ₹1100 करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ, जिससे बीमा सेक्टर में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।
अगस्त 2025 में एलआईसी की खुदरा पॉलिसी धारकों से मासिक प्रीमियम आय ₹5000 करोड़ रही थी, जबकि सितंबर की शुरुआत में बिक्री पिछले साल की तुलना में कम देखने को मिली। इसका कारण था 22 सितंबर से लागू होने वाले कर बदलाव को लेकर एजेंटों और ग्राहकों द्वारा खरीदारी रोक देना। निवेशक और पॉलिसीधारक इंतजार कर रहे थे कि नई टैक्स व्यवस्था लागू होने के बाद उन्हें अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
सरकार के इस कदम ने बीमा उत्पादों को न केवल आम जनता के लिए अधिक किफायती बनाया है बल्कि निवेशकों के भरोसे को भी मजबूत किया है। नई व्यवस्था के चलते जो मांग कुछ समय से दब गई थी, वह अचानक तेज़ी से सामने आई और पहले ही दिन रिकॉर्ड स्तर पर निवेश देखने को मिला।
विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी दर शून्य करने से बीमा उद्योग में लंबी अवधि के लिए सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे जीवन बीमा की पैठ और बढ़ेगी तथा अधिक लोग वित्तीय सुरक्षा की ओर आकर्षित होंगे। एलआईसी के लिए यह सुधार न केवल अल्पकालिक लाभ लेकर आया है, बल्कि भविष्य में उसकी बिक्री और बाज़ार हिस्सेदारी को भी मजबूत करेगा।













