हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के दूरस्थ और ऑनलाइन शिक्षा केंद्र (सीडीओई) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आधुनिक शिक्षा पद्धति को मजबूत बनाने की दिशा में कई नई पहलें शुरू की गईं। इस अवसर पर आईसीटी सक्षम स्टूडियो और नया सर्वर रूम का उद्घाटन किया गया। साथ ही, विश्वविद्यालय ने एमबीए कार्यक्रम के लिए पहली बार ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा का सफल आयोजन किया, जिसे पूरे भारत के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा को अधिक सुलभ और लचीला बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एएमयू की कुलपति प्रो. नइमा खातून ने की। उन्होंने 2025-26 का प्रॉस्पेक्टस जारी किया और डॉ. अब्दुर राजिक, डॉ. जुबैर अहमद सिद्दीकी एवं डॉ. मोहम्मद अतिफ अफजल द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि सीडीओई के प्रयास न केवल शिक्षा को डिजिटल रूप से सशक्त बना रहे हैं, बल्कि स्वेयम और मूक्स जैसे प्लेटफॉर्म अपनाकर यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप विविध पृष्ठभूमियों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच भी सुनिश्चित कर रहा है।
प्रो. खातून ने जोर दिया कि ये प्रयास एएमयू की उस प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय एक समावेशी और वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक शिक्षण वातावरण तैयार कर रहा है।
सीडीओई के निदेशक प्रो. नफीस अहमद अंसारी ने स्वागत भाषण में बताया कि वर्तमान में 21 देशों के 384 छात्र इस केंद्र के विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकित हैं। उन्होंने अपरेन्टिसशिप योजनाओं के सफल क्रियान्वयन और अध्यापकों द्वारा तकनीकी नवाचारों को शिक्षण में शामिल करने की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनम फातिमा ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अरमान रसूल फरीदी ने प्रस्तुत किया।