हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 7 मई : 2025,
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए कायराना आतंकी हमले में करीब दो दर्जन निर्दोष नागरिक मारे गए थे। इस घटना के बाद दो सप्ताह तक पाकिस्तान की ओर से किसी प्रकार की आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। इसके जवाब में भारत ने 6 मई की रात “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत एक समन्वित सैन्य कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (POJK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि यह एक अकस्मात् जवाबी हमला नहीं, बल्कि सटीक खुफिया जानकारी पर आधारित एक सर्जिकल स्ट्राइक थी। इस अभियान में सेना, वायुसेना और नौसेना की त्रिसेना शक्ति शामिल थी।
किन ठिकानों पर गिरी भारत की मिसाइलें?
- लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के प्रशिक्षण शिविर
- हथियारों और गोला-बारूद के गोदाम
- आतंकियों के लॉन्च पैड
- नियंत्रण रेखा के समीप स्थित आतंकी ठिकाने
भारतीय सेना ने बताया कि ये सभी ठिकाने नागरिक क्षेत्रों से दूर स्थित थे और हमलों में कोई सैन्य या नागरिक प्रतिष्ठान निशाना नहीं बनाया गया।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया की क्या रही प्रतिक्रिया?
The New York Times (अमेरिका)
शीर्षक: India Strikes Pakistan Two Weeks After Terrorist Attack in Kashmir
रिपोर्ट में बताया गया कि भारत ने नौ ठिकानों पर निशाना साधा, जिनमें कोई सैन्य सुविधा नहीं थी। अखबार ने पहलगाम हमले को “घातक आतंकी हमला” बताया और भारतीय जवाब को प्रतिकारात्मक कार्रवाई के रूप में प्रस्तुत किया।

BBC (ब्रिटेन)
शीर्षक: LIVE: India launches air strikes on Pakistan and Pakistan-administered Kashmir
बीबीसी ने घटना को लाइव कवरेज में दिखाया और पाकिस्तानी सेना के हवाले से बताया कि कई स्थानों पर मिसाइलें दागी गईं। रिपोर्ट में वही रॉयटर्स की रात की तस्वीर प्रकाशित की गई है, जो न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी दिखाई थी।

Al Jazeera (कतर)
अल-जजीरा की रिपोर्ट में कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव का विस्तृत विश्लेषण किया गया। चैनल ने बताया कि भारत ने यह हमला “राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए” किया और यह संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया को जन्म दे सकता है।
सरकार का बयान और राजनीतिक प्रतिक्रिया
भारत सरकार के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि यह कार्रवाई संप्रभुता की रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत की गई है। विपक्ष ने भी इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि आतंक के खिलाफ देश एकजुट है।