हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 25 अप्रैल: 2025,
लखनऊ।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर सपा नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने गहरा दुख और नाराजगी जताई है। उन्होंने इस हमले में मारे गए सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और इसे ‘बहुत ही निंदनीय और दुखद घटना’ बताया।
रामगोपाल यादव ने कहा कि अमरनाथ यात्रा जल्द शुरू होने वाली है और यह हमला इस यात्रा से ठीक पहले किया गया है। उन्होंने इसे एक इंटेलिजेंस फेलियर करार देते हुए कहा कि एजेंसियों को यह पता नहीं चल पाया कि इस तरह का बड़ा हमला होने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि “सीमा पार से आने वाले आतंकियों में भारत को लेकर कोई डर नहीं है, और यह सरकार की इच्छाशक्ति की कमी को दर्शाता है।”
रॉबर्ट वाड्रा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
रामगोपाल यादव ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा द्वारा दिए गए बयान पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा,
“मैं रॉबर्ट वाड्रा के बयान से सहमत नहीं हूं। इस तरह की टिप्पणियां सोशल मीडिया पर लोग करते रहते हैं, नेताओं को जिम्मेदारी से बोलना चाहिए।”
धर्म के नाम पर राजनीति पर जताई नाराजगी
हमले में धर्म पूछकर गोली मारे जाने के सवाल पर रामगोपाल यादव ने कहा कि इस हमले में हिंदुओं के साथ-साथ मुसलमान भी मारे गए हैं। उन्होंने चेताया कि इस तरह की घटनाओं को धर्म के चश्मे से देखना और राजनीति से जोड़ना दुखद है। उन्होंने कहा कि अगर राजनीतिक इच्छाशक्ति होती तो अब तक आतंकवाद का खात्मा हो चुका होता।
पीओके में सेना भेजने की वकालत
रामगोपाल यादव ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह पीओके के रूट को पूरी तरह नष्ट करे और यदि जरूरत पड़े तो भारतीय सेना को पीओके भेजा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को अब तक कड़ा एक्शन ले लेना चाहिए था, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ।
पाकिस्तान से बातचीत पर कहा- अब कोई फायदा नहीं
पाकिस्तान से बातचीत के विकल्प पर उन्होंने कहा कि अब बातचीत से कोई हल नहीं निकलेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आतंकवाद को पैदा करने वाला देश पाकिस्तान है और यह बात सबको मालूम है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस हमले का अनुच्छेद 370 से कोई लेना-देना नहीं है।