हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ सोमवार 26 मई 2025
आगरा जिले के खेरागढ़ क्षेत्र के कछपुरा गांव में ज़मीन विवाद को लेकर दो परिवारों के बीच शुरू हुआ झगड़ा पुलिसिया बर्बरता में तब्दील हो गया। पुलिस पर आरोप है कि उसने एक पक्ष के दो भाइयों को न केवल थाने में बेरहमी से पीटा, बल्कि उनसे पैसे भी वसूले। मामले ने तब तूल पकड़ा जब पीड़ित परिवार विधायक भगवान सिंह कुशवाह के पास पहुंचा और उन्होंने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर कड़ी कार्रवाई की मांग की। नतीजतन, खेरागढ़ थाना प्रभारी को देर रात निलंबित कर दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
कछपुरा गांव के निवासी महेंद्र कुशवाह और प्रेम सिंह के बीच ज़मीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। रविवार को इसी विवाद के चलते दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। महेंद्र कुशवाह ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को खेरागढ़ थाने ले आई। लेकिन कुछ देर बाद प्रेम सिंह को छोड़ दिया गया, जबकि महेंद्र और उसके भाई रेवती को थाने में ही रोक लिया गया।
थाने में बर्बरता का आरोप
महेंद्र कुशवाह और उनके परिजनों का आरोप है कि थाने में पुलिस ने महेंद्र के हाथ और पैरों को जूतों से बेरहमी से कुचला। वहीं, जब उसका भाई रेवती थाने पहुंचा तो उसे खंभे से बांध दिया गया और तीन हजार रुपये की मांग की गई। पैसे नहीं देने पर पुलिस ने महेंद्र के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई करते हुए चालान कर दिया।
मेडिकल के बाद भी हुई मारपीट
चौंकाने वाली बात यह रही कि जब महेंद्र को कोर्ट में पेश करने से पहले मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया, तो वापस लाकर उसे एक बार फिर पीटा गया। इस दौरान महेंद्र की पत्नी और अन्य परिजन मदद के लिए कस्बे के एक मैरिज होम में पहुंचे, जहां विधायक भगवान सिंह कुशवाह एक कार्यक्रम में शामिल हो रहे थे।
विधायक का हस्तक्षेप और विरोध प्रदर्शन
महिला की आपबीती सुनकर विधायक भगवान सिंह कुशवाह तुरंत सक्रिय हो गए। उन्होंने थाने में फोन कर प्रभारी इंद्रजीत सिंह से बात की, लेकिन उन्होंने थाने में किसी भी प्रकार की मारपीट से साफ इनकार कर दिया। इसके कुछ देर बाद ही भारी पुलिस बल मैरिज होम पर पहुंच गया, जिससे भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक हो गई। विधायक और भाजपा कार्यकर्ता दो घंटे तक मौके पर डटे रहे और पुलिस के रवैये का विरोध करते रहे।
रात में पुलिस कमिश्नर से मुलाकात, हुई कार्रवाई
विवाद बढ़ने पर विधायक भगवान सिंह कुशवाह पीड़ित महेंद्र कुशवाह को लेकर देर रात पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के आवास पहुंचे। उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस कमिश्नर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए खेरागढ़ थाना प्रभारी इंद्रजीत सिंह को निलंबित कर दिया।
विधायक ने क्या कहा?
विधायक भगवान सिंह कुशवाह ने कहा, “पुलिस ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं। महेंद्र के हाथों पर खड़े होकर जूतों से उसे कुचला गया। मेडिकल के बाद भी उसे मारा गया, जो पूरी तरह से अमानवीय और असंवैधानिक है। यदि ज़मीन का विवाद था, तो राजस्व विभाग के साथ संयुक्त कार्रवाई होनी चाहिए थी। दोनों पक्षों का चालान होना चाहिए था, एकतरफा कार्रवाई गलत है।”