हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 30 अप्रैल: 2025,
अलीगढ़, 30 अप्रैल 2025:
जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में बुधवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत जिले में मार्च माह के दौरान हुई सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा से हुई। रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2025 में कुल 103 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज हुईं, जिनमें 45 लोगों की मृत्यु हुई, जबकि पिछले वर्ष मार्च में 97 हादसों में 52 लोगों की जान गई थी।
डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी सड़क दुर्घटनाओं का गहन ऑडिट कराया जाए तथा हर दुर्घटना के पीछे के कारणों को चिन्हित करते हुए उसका ठोस समाधान प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और प्रत्येक अधिकारी को इस विषय में पूरी गंभीरता से कार्य करना होगा।
चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर हो सुधारात्मक कार्य
बैठक में जिले के चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर चर्चा करते हुए डीएम ने निर्देश दिया कि ऐसे सभी स्थलों पर तत्काल सुधारात्मक कार्य कर उन्हें समाप्त किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क पर किसी की आकस्मिक मृत्यु केवल परिवार नहीं, पूरे समाज को प्रभावित करती है। इस दिशा में सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।
अवैध कट होंगे बंद, एक्सीडेंट प्रोन क्षेत्रों में हो विशेष कार्यवाही
डीएम ने एनएचएआई और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आदेशित किया कि हाईवे पर मौजूद सभी अवैध कटों को तत्काल बंद किया जाए। इसके अलावा जो सड़कें गांवों से निकलकर हाईवे से मिलती हैं, वहां टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर लगाए जाने के निर्देश भी दिए गए।
उन्होंने आगामी माह में रामघाट रोड को एक्सीडेंट प्रोन एरिया घोषित कर विशेष कार्यवाही करने के निर्देश नगर निगम, लोक निर्माण विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों को दिए।
चालान कार्रवाई के आंकड़े भी प्रस्तुत
यातायात निरीक्षक विनय कुमार ने बताया कि ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर बड़ी संख्या में चालान किए गए हैं।
- ओवरस्पीडिंग के 3869 चालान
- बिना हेलमेट 26585 दोपहिया वाहन
- बिना सीट बेल्ट के 2002 वाहन
- रेड लाइट जम्पिंग के 7914
- रॉन्ग साइड ड्राइविंग के 1199
- मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने के 932 चालान किए गए हैं।
बैठक में प्रमुख अधिकारी रहे मौजूद

बैठक में एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, एआरटीओ प्रवेश कुमार, पीटीओ ज्योति सिंह, अधिशासी अभियंता लोनिवि योगेश कुमार, पीडी एनएचएआई इंद्रेश कुमार, सलाहकार अरुण श्रीवास्तव, एआरएम राकेश कुमार सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।