हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: मंगलवार 17 जून 2025
लखनऊ के मोहनलालगंज थाने में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। थाने का भव्य गेट बनवाने वाले प्रमोद कुमार उपाध्याय, जिसका नाम गेट की शिलापट पर तत्कालीन एसएसपी और अन्य उच्च अधिकारियों के साथ अंकित है, पर 100 से ज्यादा सैन्य परिवारों से करोड़ों रुपये ठगने का आरोप है। रविवार को पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार कर लिया। प्रमोद के खिलाफ मोहनलालगंज सहित विभिन्न थानों में 20 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें 19 मामले पिछले चार महीनों में दर्ज हुए हैं।
शहीद परिवारों को मुफ्त प्लॉट देकर बनाई थी साख
प्रमोद ने सैन्य परिवारों के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए चालाकी भरा तरीका अपनाया। साल 2017 में उसने कानपुर के दो शहीदों के परिवारों को मोहनलालगंज बुलाकर एक समारोह में प्रसिद्ध भागवताचार्य के हाथों मुफ्त प्लॉट की रजिस्ट्री सौंपी थी। इस कदम से सैन्य परिवारों में उसकी लोकप्रियता बढ़ी और उसने सस्ते प्लॉट का लालच देकर 100 से ज्यादा परिवारों को ठगा।
पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई
प्रमोद की ठगी का खुलासा तब हुआ जब मार्च में महाराष्ट्र की लक्ष्मी देवी ने उसके खिलाफ केस दर्ज कराया। इसके बाद एसीपी रजनीश वर्मा ने जांच शुरू की तो कई और शिकायतें सामने आईं। डीसीपी नॉर्थन निपुण अग्रवाल के नेतृत्व में चार पुलिस टीमें बनाई गईं, जिसमें एक टीम एसीपी रजनीश वर्मा और दूसरी एसटीएफ की थी। दोनों टीमों ने मिलकर रविवार को प्रमोद को गिरफ्तार किया।
थाने में थी गहरी पैठ
प्रमोद का मोहनलालगंज थाने में अच्छा रसूख था। उसने न केवल पुलिस चौकी को रिनोवेट कराया, बल्कि थाने का भव्य गेट भी बनवाया, जिसकी शिलापट पर उसका नाम आज भी दर्ज है। उसकी ठगी की शिकायतें सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे दबोच लिया।