हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 13 जुलाई 2025
लखनऊ, 13 जुलाई — उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर सेवानिवृत्त वैज्ञानिक से करीब 1.29 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी इकाना स्टेडियम, शहीद पथ रोड, थाना गोमती नगर विस्तार क्षेत्र से की गई।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान प्रदीप कुमार सिंह और महफूज के रूप में हुई है। दोनों आरोपी लखनऊ के निवासी हैं और एक संगठित ठग गिरोह से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। ये शातिर ठग खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर ‘डिजिटल अरेस्ट’ का डर दिखाते थे, जिससे पीड़ित मानसिक दबाव में आकर ठगी का शिकार हो जाता था।
STF अधिकारियों के मुताबिक, ये आरोपी एक रिटायर्ड वैज्ञानिक को कॉल कर पहले उसे यह विश्वास दिलाते थे कि वह किसी अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी के मामले में फंसे हैं। फिर खुद को सीबीआई या प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी बताकर ‘डिजिटल अरेस्ट’ का झांसा देते और धीरे-धीरे उससे रकम ट्रांसफर कराते रहे। इसी तरह से कुल 1.29 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया गया।
गिरफ्तारी के समय STF को आरोपियों के पास से कई फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन, लैपटॉप, बैंक डिटेल्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य बरामद हुए हैं। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी देश के अलग-अलग हिस्सों में कई और लोगों को इसी तरह ठग चुके हैं।
STF के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह साइबर अपराध की नई तकनीकों का इस्तेमाल करता था और आम लोगों को कानूनी कार्रवाई का भय दिखाकर ठगी करता था। फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, और STF को आशंका है कि इस गिरोह से जुड़े और भी कई सदस्य हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
यूपी STF की यह कार्रवाई साइबर ठगों के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिससे आम नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की कानूनी धमकी या संदिग्ध कॉल आने पर तत्काल पुलिस या साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें।