हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 23 मई : 2025
कानपुर, उत्तर प्रदेश 23 मई 2025 कानपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें म्यांमार (बर्मा) के नागरिक मो. साहिल ने भारतीय नागरिकता के फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर न सिर्फ खुद का बल्कि अपने पूरे परिवार का आधार कार्ड और पासपोर्ट बनवा लिया। इस पूरे फर्जीवाड़े में स्थानीय सभासद शहजाद उर्फ शहजादे की संलिप्तता भी सामने आई है, जिन्होंने जानबूझकर मो. साहिल को भारतीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र जारी किया और दस्तावेज़ सत्यापित किए।
झुग्गी में रहकर आठ साल से छिपा था रोहिंग्या नागरिक
पुलिस के अनुसार, मो. साहिल म्यांमार के साइडुय मंगडो शहर (आईकब) का रहने वाला है। वह पिछले आठ वर्षों से अपने परिवार सहित शुक्लागंज के मनोहर नगर क्षेत्र में झुग्गी झोपड़ी बनाकर रह रहा था। मंगलवार रात वाहन चेकिंग के दौरान कोतवाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, जिसके बाद उससे पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ।
फर्जी दस्तावेज़ों से हासिल किए सरकारी प्रमाणपत्र
पुलिस जांच में पता चला कि मो. साहिल के पास ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, और पासपोर्ट जैसे अहम सरकारी दस्तावेज़ मौजूद थे। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि ये सभी दस्तावेज़ उसे सभासद शहजाद उर्फ शहजादे की मदद से मिले हैं। सभासद ने उसे भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र दिया था, जिसकी मदद से उसने आधार कार्ड और पासपोर्ट बनवाए।
सभासद भी आए जांच के दायरे में
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चूंकि सभासद को पहले से जानकारी थी कि मो. साहिल म्यांमार का नागरिक है, इसके बावजूद उन्होंने उसे भारतीय नागरिकता का प्रमाणपत्र और दस्तावेज़ सत्यापित किए, इसलिए उन्हें भी मामले में आरोपी बनाया जा रहा है और उनका नाम जांच में शामिल किया गया है।
पड़ोसी की मदद से चला रहा था ऑटो
जांच में यह भी सामने आया है कि मो. साहिल को उसके पड़ोसी बबलू ने फहीमाबाद कॉलोनी निवासी इकबाल हुसैन से किराए पर ऑटो दिलवाया था, जिसके ज़रिए वह शहर में ऑटो चलाता था। बैंक खाता खुलवाने के लिए भी वह सभासद के संपर्क में था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
मो. साहिल को जेल भेजा गया
गुरुवार को पुलिस ने मो. साहिल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, वहीं उसके परिजनों के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं। पुलिस अब सभासद शहजाद से पूछताछ कर रही है, और दस्तावेज़ों की सत्यता की गहन जांच की जा रही है।