हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: शुक्रवार13 जून 2025
आगरा। शहर के घने किनारी बाजार में मंगलवार को एक अवैध रूप से संचालित चांदी के कारखाने में हुए भीषण विस्फोट ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। विस्फोट के बाद फैली आग से अफरातफरी मच गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। यह स्थान अत्यंत संकरा था, जहां सुरक्षा मानकों की पूरी तरह अनदेखी की जा रही थी।
जानकारी के अनुसार, जिस इमारत में विस्फोट हुआ, उसमें एक फुट चौड़ी संकरी सीढ़ी से भूतल तक पहुंचा जाता था। नीचे टंच की दुकान, दूसरी मंजिल पर चांदी गलाने का कारखाना और तीसरी मंजिल पर गोदाम बना था। विस्फोट के बाद दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।

घटनास्थल से पुलिस ने कुल 7 कमर्शियल एलपीजी सिलिंडर बरामद किए हैं—चार सिलिंडर दूसरी मंजिल पर और तीन तीसरी मंजिल पर। सभी सिलिंडर ज्यादातर भरे हुए थे। कारखाने में न तो कोई फायर एनओसी थी और न ही आग बुझाने के किसी यंत्र की व्यवस्था की गई थी।
सीएफओ देवेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक, छोटे कारखानों को फायर एनओसी से छूट है, लेकिन इसके बावजूद विभाग को सूचना देना आवश्यक होता है, जिससे सुरक्षा निरीक्षण किया जा सके। उन्होंने कहा कि जहां भट्ठी लगाई जाती है, वहां अग्निशमन उपकरण अनिवार्य हैं, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं मिला।
धमाके की आवाज 100 मीटर दूर तक सुनी गई। विस्फोट के बाद बाजार में भगदड़ मच गई। कई दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं और सड़क पर चप्पलें, जेवर और अन्य सामान बिखर गया। सराफा व्यापारी श्याम बिहारी ने बताया कि धमाके के तुरंत बाद एक और जोरदार धमाका हुआ, जिससे लोग और घबरा गए।
व्यापारी विक्की यादव के अनुसार, विस्फोट के बाद उनकी दुकान के सामने की सीढ़ियों से तीन युवक गिरते हुए नीचे आए। स्थानीय दुकानदारों ने घायलों को तुरंत बाइक और रिक्शों से अस्पताल पहुंचाया।
इंस्पेक्टर कोतवाली धर्मेंद्र कुमार ने तत्परता दिखाते हुए दमकलकर्मियों के साथ मिलकर राहत कार्य में हिस्सा लिया। उन्होंने खिड़कियों को तोड़कर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला।
घटना की जानकारी मिलते ही आगरा सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष नितेश अग्रवाल और आगरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष टीएन अग्रवाल मौके पर पहुंचे और पीड़ितों को तत्काल सरकारी सहायता देने की मांग की।