हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: शुक्रवार 20 जून 2025
कानपुर। बिजली चोरी रोकने के लिए लगाए गए स्मार्ट मीटर अब खुद सवालों के घेरे में हैं। केस्को की रेड टीम ने बीते माह चमनगंज क्षेत्र में दो ऐसे स्मार्ट मीटर पकड़े हैं जिनका कोई रिकॉर्ड केस्को के पास मौजूद नहीं है। चौंकाने वाली बात यह है कि ये मीटर चार साल पहले स्मार्ट मीटर सप्लाई करने वाली कंपनी ईईसीएल द्वारा लगाए गए थे।
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया। जब केस्को ने ईईसीएल कंपनी से मीटरों की जानकारी मांगी, तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस पर केस्को के प्रबंध निदेशक सैमुअल पाल एन ने तत्काल सभी डेढ़ लाख स्मार्ट मीटरों के रिकॉर्ड तलब कर लिए हैं।
छापेमारी में दो घरों से फर्जी मीटर बरामद
केस्को की टीम ने चमनगंज स्थित चप्पल कारोबारी अनीस और मोहम्मद अहमद के घर से स्मार्ट मीटर बरामद किए, जिनका कोई औपचारिक रजिस्ट्रेशन केस्को के सिस्टम में नहीं था। जांच में पता चला कि इन मीटरों को निजी स्तर पर लगवाया गया था और केवल दिखावे के लिए लगे मीटरों के जरिए बिजली का उपभोग किया जा रहा था।
कंपनी की चुप्पी बढ़ा रही संदेह
केस्को द्वारा रिपोर्ट मांगे जाने पर भी ईईसीएल कंपनी मीटरों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सकी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि बड़ी संख्या में स्मार्ट मीटर अनाधिकृत रूप से लगाए गए हैं।
शहरभर में अभियान, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए केस्को ने पूरे शहर में स्मार्ट मीटरों की जांच का व्यापक अभियान शुरू कर दिया है। जहां भी संदिग्ध मीटरों की जानकारी मिल रही है, वहां विभागीय टीमें मौके पर जाकर मीटर की सत्यता की जांच कर रही हैं।
प्रबंध निदेशक सैमुअल पाल एन ने स्पष्ट किया कि यदि इस फर्जीवाड़े में कोई व्यक्ति या कंपनी दोषी पाई जाती है, तो उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी को पुराने रिकॉर्ड खंगालने के निर्देश दिए गए हैं और जांच स्थानीय स्तर पर भी जारी है।