हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:22 जुलाई 2025
बांके बिहारी मंदिर के पुजारियों का बड़ा फैसला:
मथुरा, 22 जुलाई 2025 – वृंदावन स्थित प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के पुजारियों ने प्रस्तावित कॉरिडोर परियोजना के विरोध में एक कठोर कदम उठाते हुए ऐलान किया है कि वे अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को मंदिर का प्रसाद नहीं देंगे। यह निर्णय गोस्वामी समुदाय और सेवायत पुजारियों द्वारा मंदिर की पारंपरिक व्यवस्था और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के उद्देश्य से लिया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार बांके बिहारी मंदिर के आसपास लगभग 5 एकड़ भूमि पर एक भव्य कॉरिडोर निर्माण करना चाहती है, जिससे तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधा मिले। सरकार का कहना है कि यह योजना काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी। मगर स्थानीय पुजारी, व्यापारी और निवासी इसे वृंदावन की पारंपरिक गलियों और धार्मिक भावनाओं के खिलाफ मान रहे हैं।
19 जुलाई को विरोध उस वक्त तीव्र हो गया जब राज्य के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को मंदिर में दर्शन से रोक दिया गया और उन्हें प्रसाद व पारंपरिक पटका भी नहीं दिया गया। पुजारियों ने मंदिर में पर्दे डालकर विरोध जताया।
पुजारी घनश्याम गोस्वामी ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह मंदिर के प्रबंधन और दान पर नियंत्रण करना चाहती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो वे मूर्ति को अन्यत्र स्थानांतरित करने पर विचार करेंगे।
वहीं, प्रशासन का दावा है कि वह स्थानीय लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है और विस्थापितों के लिए वैकल्पिक फ्लैट्स व दुकानों की योजना बनाई जा रही है।
इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने भी पुजारियों का समर्थन किया है, जिससे राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है।