हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 26 जुलाई 2025
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती: “बिजली व्यवस्था सिर्फ तकनीकी विषय नहीं, जनविश्वास का पैमाना है”
लखनऊ, 25 जुलाई: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ऊर्जा विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में बिजली व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रदेश में अब बिजली आपूर्ति केवल तकनीकी या प्रशासनिक मसला नहीं, बल्कि यह जनता के भरोसे और शासन की संवेदनशीलता का पैमाना बन चुकी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ट्रिपिंग, ओवरबिलिंग और अनावश्यक बिजली कटौती को लेकर तीखी नाराजगी जताई और तत्काल सुधार के निर्देश दिए।
रिकॉर्ड मांग के बावजूद बिजली आपूर्ति में सफलता
मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि जून 2025 में प्रदेश की रिकॉर्ड 31,486 मेगावाट अधिकतम बिजली मांग सफलतापूर्वक पूरी की गई। इस दौरान 16,930 मिलियन यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई। अत्यधिक गर्मी और उमस के बावजूद,
- शहरी क्षेत्रों में औसतन 24 घंटे,
- तहसील स्तर पर 21.5 घंटे तथा
- ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे तक बिजली उपलब्ध कराई गई।
ट्रिपिंग पर मुख्यमंत्री नाराज
मुख्यमंत्री योगी ने ट्रिपिंग की लगातार आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अफसरों को निर्देश दिए कि
- प्रत्येक फीडर की तकनीकी जांच की जाए,
- कमजोर स्थानों की पहचान कर सुधार कराया जाए,
- जहां आवश्यकता हो वहां ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता तत्काल बढ़ाई जाए।
उन्होंने कहा कि ओवरलोडिंग की स्थिति किसी भी हालत में स्वीकार नहीं की जाएगी।
जनशिकायतों के समाधान की समयबद्ध व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि फील्ड से आने वाली हर वास्तविक शिकायत का त्वरित समाधान हो, ताकि जनता को राहत मिल सके। उन्होंने अफसरों को यह भी याद दिलाया कि सरकार ने बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण प्रणाली को सशक्त करने के लिए रिकॉर्ड बजट दिया है, ऐसे में लापरवाही की अब कोई गुंजाइश नहीं है।
हर उपभोक्ता को मिले सही और स्पष्ट बिल
बिलिंग व्यवस्था पर मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि
- हर उपभोक्ता को हर महीने स्पष्ट, सटीक और समय पर बिजली बिल मिलना चाहिए।
- फॉल्स बिलिंग या ओवरबिलिंग की कोई भी शिकायत विभाग की साख को नुकसान पहुंचाती है।
उन्हें जानकारी दी गई कि
- अब तक 31 लाख उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से जोड़ा जा चुका है
- इस प्रक्रिया को ब्लॉक स्तर तक ले जाने का कार्य तेज़ी से चल रहा है।
लाइन लॉस पर नियंत्रण, डिस्कॉम को रणनीति बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि
- तकनीकी और वाणिज्यिक हानियों (लाइन लॉस) को चरणबद्ध ढंग से कम किया जाए।
- हर डिस्कॉम को अपने स्तर पर ठोस रणनीति के साथ आगे बढ़ना होगा।
- पारेषण और वितरण प्रणाली के आधुनिकीकरण पर भी बल दिया जाए।
बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ेगी 16,000 मेगावाट से अधिक
मुख्यमंत्री को बताया गया कि
- वर्तमान में प्रदेश की कुल उत्पादन क्षमता 11,595 मेगावाट है,
- घाटमपुर और मेजा परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद यह बढ़कर 16,000 मेगावाट से अधिक हो जाएगी।
उन्होंने इन परियोजनाओं की सतत निगरानी और समयबद्ध पूर्णता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बिजली व्यवस्था: शासन की प्रतिबद्धता का दर्पण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक के अंत में कहा,
“बिजली व्यवस्था केवल ट्रांसफॉर्मर और वायरिंग नहीं, बल्कि जन अपेक्षा और शासन की प्रतिबद्धता का दर्पण है। हमारा दायित्व है कि हर नागरिक को यह महसूस हो कि उसे बिना भेदभाव, पारदर्शी और समयबद्ध बिजली आपूर्ति मिल रही है।”