फीस वृद्धि के विरोध में छात्रों को मिला नेताओं और किसानों का समर्थन
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में फीस वृद्धि, छात्र संघ चुनाव बहाली और आंदोलनकारी छात्रों पर कार्रवाई के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन लगातार तेज हो रहा है। मंगलवार को इस आंदोलन को पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व सपा नेता अब्दुल हमीद गांधी, प्रदेश युवा कांग्रेस, सपा छात्र नेताओं और संयुक्त किसान मोर्चा का खुला समर्थन मिला।
बाब-ए-सैयद गेट पर छात्रों को संबोधित करते हुए अब्दुल हमीद गांधी ने कहा कि फीस वृद्धि वापस ली जाए और छात्राओं से अभद्रता करने वाली प्रॉक्टर टीम को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उन्होंने कहा कि चाहे उन पर एफआईआर दर्ज कर दी जाए, लेकिन छात्रों की समस्याओं का समाधान होना चाहिए। गांधी ने एएमयू कुलपति से संवाद का रास्ता अपनाने और तानाशाही रवैया छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले अधिकतर छात्र आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं, इसलिए 36% फीस वृद्धि अन्यायपूर्ण है।
छात्र संघ चुनाव और निलंबन वापसी की मांग
गांधी ने आठ वर्षों से रुके छात्र संघ चुनाव कराने, निलंबित छात्रों की बहाली और छात्र संघ को पुनः सक्रिय करने की भी मांग उठाई। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे आवाज बुलंद रखें लेकिन प्रदर्शन संविधान के दायरे में और शांति से करें।
युवा कांग्रेस और सपा छात्र नेताओं का प्रदर्शन
प्रदेश युवा कांग्रेस और सपा छात्र नेताओं ने जिलाचिकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर एएमयू कुलपति का पुतला फूंका। उन्होंने चेतावनी दी कि पांच दिनों में फीस वृद्धि का निर्णय वापस न हुआ तो एएमयू कूच किया जाएगा। प्रदर्शन में राजा, शारिक ठाकुर, अंसार सिद्दीकी, राज सिंह, सनी बघेल, इरफान खान, नईम, अरमान, मोहम्मद नासिफ, यूसुफ मिंटो, फैजान पठान, अब्दुल वाजिद, सैयद फैजान अली, दिलशाद, आबिद मलिक और सरदार प्रभाव सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे।
किसानों का समर्थन
शाम 5 बजे संयुक्त किसान मोर्चा का जिला प्रतिनिधिमंडल एएमयू पहुंचा और छात्रों की मांगों का समर्थन किया। प्रतिनिधिमंडल में क्रांतिकारी किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शशिकांत, प्रदेश उपाध्यक्ष नगेन्द्र चौधरी, जिला महामंत्री नरेंद्र पाल सिंह, किसान सभा के जिलाध्यक्ष सूरजपाल उपाध्याय, कृष्णकांत सिंह, मुनेश पाल सिंह और गोकुल करन शामिल थे। किसानों ने भी छात्र संघ चुनाव बहाली, फीस वृद्धि वापसी और आंदोलनकारी छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई रद्द करने की मांग की।
विरोध मार्च और आरोप
सोमवार को सोशल साइंस और आर्ट फैकल्टी के छात्रों ने डंक प्वाइंट से बाब-ए-सैयद तक विरोध मार्च निकाला। बीटेक तृतीय वर्ष के छात्र अशरफ ठाकुर ने आरोप लगाया कि नमाज पढ़ने जा रहे छात्रों के साथ प्रॉक्टर टीम ने अभद्रता और हाथापाई की, जबकि पहले भी यहां नमाज अदा होती रही है।