हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में “PDA” शब्द को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार “PDA” (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) की बात कर रहे हैं, लेकिन अब विधायक पूजा पाल ने इस पर पलटवार करते हुए इसे पूरी तरह अलग अर्थ दे दिया है।
पूजा पाल ने कहा कि अखिलेश यादव का PDA असल में परिवार, दागी और अपराधी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा की राजनीति हमेशा परिवारवाद और अपराधियों को संरक्षण देने पर आधारित रही है। जनता अब इस हकीकत को समझ चुकी है और किसी भी कीमत पर ऐसे गठबंधन को स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि एक ऐसी पार्टी जो अपराधियों और दागियों को बचाने का काम करे, वह कभी भी जनता की भलाई के बारे में नहीं सोच सकती। उत्तर प्रदेश की जनता अब बहुत जागरूक है और वह यह भली-भांति जान चुकी है कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में किस तरह कानून-व्यवस्था की हालत बिगड़ती रही।
भाजपा विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में कानून-व्यवस्था मजबूत हुई है। अपराधियों पर बुलडोज़र चला है और माफिया तंत्र को समाप्त किया जा रहा है। इसके विपरीत, सपा शासनकाल में अपराधी राजनीतिक संरक्षण पाते थे और आम जनता डर के साए में जीती थी।
पूजा पाल ने यह भी कहा कि जनता अब “पारिवारिक पार्टी” और “दागी नेताओं” को वोट नहीं देने वाली। समाजवादी पार्टी अपने पुराने ढर्रे पर चल रही है, लेकिन अब जनता सब समझ चुकी है। यही कारण है कि हर चुनाव में अखिलेश यादव और उनकी पार्टी को लगातार पराजय का सामना करना पड़ रहा है।