हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
बिलासपुर, 13 अक्टूबर 2025: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan) में बिलासपुर जिले से बड़ा खुलासा हुआ है। कृषि विभाग ने पाया कि जिले में 531 ऐसे लाभार्थी पंजीकृत हैं, जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम है। 2018 से अब तक इन नाबालिगों के खातों में नियमों के खिलाफ करीब 10 लाख 62 हजार रुपये भेजे जा चुके हैं। इस घटना ने योजना के दिशा-निर्देशों और अधिकारियों की सतर्कता पर सवाल खड़ा कर दिया है।
कैसे हुआ खुलासा
PM-Kisan योजना के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये तीन किस्तों में दिए जाते हैं। योजना का लाभ लेने के लिए किसान की उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होना जरूरी है। 20वीं किस्त जारी होने के बाद जब केंद्र ने लाभार्थियों की अपडेट सूची जारी की, तो पता चला कि बिलासपुर जिले में 531 नाबालिग किसानों का पंजीकरण कर उन्हें लाभ दिया गया। KYC अपडेट के दौरान यह मामला सामने आया।
कृषि विभाग ने बताया कि नाबालिगों को सालाना 6,000 रुपये देने से हर साल 31 लाख 86 हजार रुपये खर्च हुए। विभाग का अनुमान है कि बच्चों के नाम पर पंजीकरण अभिभावकों द्वारा जमीन या अन्य दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करके कराया गया होगा। वहीं, पंजीकरण के समय नाबालिगों के आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्रों में उम्र की जांच न होना भी गड़बड़ी की वजह रही।
आगे की कार्रवाई
KYC सूची मिलने के बाद कृषि विभाग ने इन 531 नाबालिग किसानों की सूची तैयार करना शुरू कर दी है। अब इन सभी को आगामी किस्तें नहीं दी जाएंगी। केंद्र सरकार ने साफ किया है कि जिन नाबालिगों को 21वीं किस्त मिलनी थी, उन्हें अब यह किस्त नहीं दी जाएगी। यदि किसी का नाम संदिग्ध सूची में है और उसने अब 18 वर्ष की उम्र पूरी कर ली है, तो उसे विभाग को जानकारी देनी होगी और आधार व राशन कार्ड अपडेट कर KYC पूरी करनी होगी। इसके बाद ही उन्हें भविष्य की किस्त का लाभ मिलेगा।
यह मामला PM-Kisan योजना में निगरानी और दस्तावेज सत्यापन की जरूरत को स्पष्ट करता है और भविष्य में ऐसे घोटालों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की दिशा में संकेत देता है।













