हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों से पहले देशभर में राजनीतिक हलचल तेज है। 243 सीटों वाले इस चुनाव में दूसरे चरण की वोटिंग पूरी होने के बाद एग्जिट पोल्स और अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स ने भी अपनी भविष्यवाणी जारी की है। ChatGPT, Google Gemini और Elon Musk के Grok जैसे लोकप्रिय AI मॉडलों ने सार्वजनिक डेटा, सोशल मीडिया सेंटिमेंट और पिछले चुनावी रुझानों के आधार पर यह अनुमान लगाया है कि बिहार में एनडीए (NDA) एक बार फिर सत्ता में लौट सकती है।
ChatGPT का अनुमान: NDA को स्पष्ट बहुमत, RJD पीछे
ChatGPT के विश्लेषण के मुताबिक, एनडीए गठबंधन (भाजपा-जदयू) को इस बार 130 से 160 सीटें मिलने की संभावना है।
- RJD-कांग्रेस महागठबंधन को 70-100 सीटों तक सीमित बताया गया है।
- जनसुराज पार्टी (JSP) को मात्र 0-5 सीटें मिलने का अनुमान है।
चूंकि बहुमत का आंकड़ा 122 सीटों का है, इसलिए यह आंकड़ा NDA के लिए स्पष्ट जीत का संकेत देता है।
ChatGPT ने कहा कि महिला मतदाताओं, ग्रामीण विकास योजनाओं और मोदी फैक्टर ने गठबंधन को मजबूत किया है।
Gemini का विश्लेषण: तीन संभावित परिदृश्य
Google Gemini ने बिहार चुनाव के लिए तीन संभावनाएं बताईं—
- NDA की मजबूत वापसी: अगर केंद्र की योजनाएं और नीतीश कुमार की ‘सुशासन’ छवि कायम रही तो NDA को 122+ सीटें मिल सकती हैं।
- महागठबंधन की बढ़त: अगर युवाओं में तेजस्वी यादव की ‘रोज़गार’ छवि असर दिखाए तो RJD-कांग्रेस गठबंधन 122 के पार जा सकता है।
- त्रिशंकु विधानसभा: अगर दोनों बड़े गठबंधन 100-115 सीटों के बीच रुकते हैं और जनसुराज या अन्य छोटे दल 10-25 सीटें जीतते हैं, तो ‘किंगमेकर’ की स्थिति बन सकती है।
हालांकि, Gemini का समग्र विश्लेषण NDA के बहुमत की संभावना को सबसे अधिक मानता है।
Grok का प्रेडिक्शन: NDA को 140+ सीटें, नीतीश कुमार दसवीं बार मुख्यमंत्री
Grok AI के अनुसार, लगभग सभी प्रमुख एग्जिट पोल्स और ऑनलाइन डेटा यह दिखाते हैं कि NDA 147 सीटों के औसत के साथ स्पष्ट बहुमत में है।
- महागठबंधन को 90 सीटों के आसपास रुकना पड़ सकता है।
- जनसुराज को 0-3 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।
Grok का मानना है कि महिलाओं में 71% तक मतदान और केंद्र सरकार की योजनाओं ने एनडीए को निर्णायक बढ़त दी है।
तेजस्वी यादव की लोकप्रियता बनी हुई है, लेकिन गठबंधन के भीतर वोट ट्रांसफर की कमी और जातीय समीकरणों के कारण विपक्ष पिछड़ता दिख रहा है।
AI ने क्या कहा – “NDA का पलड़ा भारी”
तीनों AI मॉडलों—ChatGPT, Gemini और Grok—का सामूहिक निष्कर्ष यही है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने की संभावना सबसे प्रबल है।
AI विश्लेषण में पाया गया कि:
- सोशल मीडिया सेंटिमेंट्स में NDA को 58-60% सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।
- महिला वोटरों और युवा वर्ग में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की लोकप्रियता ऊंची रही।
- जनसुराज की ग्राउंड अपील तो रही, पर सीटों पर असर सीमित है।
“AI एग्जिट पोल” में NDA की वापसी
AI-आधारित यह विश्लेषण बताता है कि अब चुनावी गणित केवल एग्जिट पोल या ग्राउंड रिपोर्ट तक सीमित नहीं रह गया, बल्कि डिजिटल डेटा, सेंटिमेंट एनालिसिस और एल्गोरिदमिक ट्रेंड्स भी सत्ता के समीकरण तय करने लगे हैं।
हालांकि, ये सभी परिणाम अनुमान हैं और वास्तविक नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे, लेकिन तीनों प्रमुख AI प्लेटफ़ॉर्म्स के मुताबिक बिहार की सत्ता का ताज एक बार फिर NDA के सिर पर सजेगा।













