हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 13-14 नवम्बरः
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (जेएनएमसी) में पहली बार डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) बाल रोग की अंतिम प्रायोगिक परीक्षा आयोजित की गई। यह परीक्षा नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशंस इन मेडिकल साइंसेज (एनबीईएमएस) के तत्वावधान में संपन्न हुई, जो देशभर में स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता की निगरानी करता है। परीक्षा में ऑब्जर्व्ड स्ट्रक्चर्ड क्लिनिकल एग्जामिनेशन (ओएससीई), क्लिनिकल केस, मौखिक परीक्षा और वार्ड राउंड शामिल रहे। ओएससीई सेगमेंट को एनबीईएमएस कमांड सेंटर से वर्चुअल रूप में संचालित किया गया। इस परीक्षा में विद्यार्थियों की नैदानिक जानकारी, निर्णय क्षमता, नैतिकता और व्यावसायिक दृष्टिकोण का मूल्यांकन किया गया।
परीक्षा मूल्यांकन में चार परीक्षकों की टीम शामिल रही, जिसमें प्रो. ज़ेबा ज़का-उर-रब परीक्षक समन्वयक थीं, जबकि डॉ. गुलनाज नादरी गैर-परीक्षक समन्वयक के रूप में रहीं। कई वर्षों बाद जेएनएमसी में डीएनबी परीक्षा आयोजित हुई। इससे पहले यह परीक्षा रेडियो-डायग्नोसिस विभाग में प्रो. मोहम्मद खालिद और दशकों पूर्व सर्जरी विभाग में (स्व.) प्रो. नसीम अंसारी के कार्यकाल में हुई थी।
दूसरी ओर, विश्व मधुमेह दिवस पर 14 नवम्बर को जेएनएमसी के राजीव गांधी सेंटर फॉर डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी में विशेष जांच एवं नि:शुल्क ग्लूकोमीटर वितरण शिविर आयोजित किया जाएगा। निदेशक प्रो. शीलू शफीक सिद्दीकी ने बताया कि कैंप सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक चलेगा, जिसमें बच्चों और वयस्कों की नि:शुल्क जांच की जाएगी। मधुमेह से पीड़ित बच्चों को घर पर जांच के लिए ग्लूकोमीटर भी दिए जाएंगे। विशेषज्ञ डॉक्टर, आहार विशेषज्ञ और स्वास्थ्यकर्मी रोगियों को आहार, परामर्श और जीवनशैली सुधार के सुझाव देंगे। प्रो. सिद्दीकी ने कहा कि ऐसे शिविर लोगों में स्वास्थ्य-जागरूकता बढ़ाने और रोग की प्रारंभिक पहचान में अहम भूमिका निभाते हैं।
इसके अलावा, प्रो. मोहम्मद अतहर अंसारी को 12 नवम्बर से एएमयू की कार्यकारी परिषद का सदस्य नियुक्त किया गया है। वे वर्तमान में हादी हसन हॉल के प्रोवोस्ट हैं और यह नियुक्ति वरिष्ठतम प्रोवोस्ट्स के आधार पर की गई है।















