ऊर्जीकृत संस्थानों, पारदर्शिता और लाइन लॉस पर दिया गया विशेष जोर
हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 13 नवंबर 2025। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की “प्रदेशीय विद्युत व्यवस्था संबंधी जांच समिति” की बैठक कलैक्ट्रेट सभागार में मा० सभापति श्री अंगद कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में अलीगढ़, हाथरस और एटा जिलों की विद्युत आपूर्ति, रखरखाव एवं प्रबंधन व्यवस्था की विस्तार से समीक्षा की गई।

बैठक में मा० सदस्य डॉ. मानवेंद्र प्रताप सिंह, अनूप कुमार गुप्ता और प्रो. तारिक मंसूर ने भाग लिया। समिति ने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य में उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका है, जिसमें विद्युत विभाग का सहयोग अनिवार्य है। सभी सदस्यों ने बिजली आपूर्ति को और अधिक सुदृढ़, पारदर्शी और उपभोक्ता-केंद्रित बनाने पर बल दिया।
समिति ने विद्यालयों, पंचायत भवनों, सामुदायिक शौचालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और पेयजल योजनाओं को 100% ऊर्जीकृत करने के निर्देश दिए। विद्यालयों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइनों की शिफ्टिंग पर भी चर्चा हुई, जिसके लिए 31 दिसंबर तक कार्य पूर्ण करने का आदेश दिया गया।
मुख्य अभियंता पंकज अग्रवाल ने बताया कि अलीगढ़ में 7.30 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली मिल रही है, जबकि हाथरस में 2.84 लाख और एटा में 2.63 लाख उपभोक्ताओं को आपूर्ति की जा रही है। शहरी क्षेत्रों में औसतन 23 घंटे से अधिक बिजली दी जा रही है।
बैठक में लाइन लॉस के क्षेत्रवार आंकड़ों की अनुपलब्धता पर समिति ने नाराजगी जताई और अधिकारियों को वास्तविक जानकारी जिलाधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। साथ ही, विद्युत चोरी पर रोक, शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण और बिजली राहत बिल योजना के प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया गया।
निवेश मित्र पोर्टल पर औद्योगिक संयोजनों की स्थिति की समीक्षा करते हुए समिति ने लंबित मामलों को जल्द निपटाने को कहा। अंत में जिलाधिकारी ने समिति को आश्वस्त किया कि सभी निर्देशों का पूर्ण अनुपालन कराया जाएगा।















