हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का वर्ष 2025 में प्रस्तावित उद्घाटन एक बार फिर अनिश्चितकाल के लिए टल गया है। उद्घाटन की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थीं और बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाना था, लेकिन डीजीसीए (DGCA) से एयरड्रोम लाइसेंस न मिलने के कारण पूरा आयोजन अचानक रद्द कर दिया गया। किसी भी नए एयरपोर्ट के संचालन से पहले सुरक्षा एवं तकनीकी औपचारिकताओं की अंतिम मंजूरी आवश्यक होती है, जो अभी लंबित है।
प्राधिकरण अधिकारियों के अनुसार, लाइसेंस न मिलने की सूचना मिलते ही इवेंट कंपनी ने कार्यक्रम स्थल से मंच, टेंट, कुर्सियां और सजावटी सामान हटाना शुरू कर दिया है। कुछ दिन पहले तक जहां भव्य तैयारी चल रही थी, अब वहां ट्रकों में सामग्री लादी जा रही है और पूरा क्षेत्र खाली कराया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा और तकनीकी जांच के कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं की औपचारिकताएं शेष हैं, जिन्हें पूरा होते ही एयरड्रोम लाइसेंस जारी किया जाएगा।
उद्घाटन में देरी का एक कारण 16 दिसंबर से शुरू हो रहा खरमास भी माना जा रहा है। इस अवधि में शुभ कार्य नहीं किए जाते, इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि एयरपोर्ट का शुभारंभ अब जनवरी 2026 के मध्य में हो सकता है।
हालांकि स्थानीय लोगों में निराशा जरूर है, लेकिन उम्मीदें अभी भी बरकरार हैं। उनका मानना है कि उद्घाटन में देरी तकनीकी कारणों से हो रही है, लेकिन जब एयरपोर्ट खुलेगा तो यह वेस्ट यूपी और दिल्ली-एनसीआर के लिए वर्ल्ड-क्लास सुविधाओं वाला बड़ा केंद्र बनेगा। इससे दिल्ली एयरपोर्ट का दबाव कम होगा, यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में रोजगार बढ़ेंगे और कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार आएगा। लोग आशा कर रहे हैं कि सभी प्रक्रियाएं पूरी होते ही सरकार नई तारीख की घोषणा करेगी।

















