हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
लखनऊ, 13 दिसम्बर।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री और महाराजगंज से लगातार सात बार सांसद रहे पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे। शनिवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में अध्यक्ष पद के लिए शुरू हुई चुनावी प्रक्रिया के तहत पंकज चौधरी ने नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया, जिसके चलते उनका निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया। अब केंद्रीय चुनाव अधिकारी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल रविवार को निर्वाचन प्रक्रिया को अंतिम रूप देते हुए उनके नाम की औपचारिक घोषणा करेंगे।
पंकज चौधरी के नामांकन में सामाजिक संतुलन की झलक भी देखने को मिली। उनके प्रस्तावकों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, सूर्य प्रताप शाही, एके शर्मा, दारा सिंह चौहान, कमलेश पासवान और असीम अरुण शामिल रहे। प्रस्तावकों में ठाकुर, ब्राह्मण, पारसी, भूमिहार, दलित और ओबीसी वर्ग के प्रतिनिधि शामिल रहे, जिसे संगठन में संतुलन और समावेशिता के रूप में देखा जा रहा है।
61 वर्षीय पंकज चौधरी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत वर्ष 1989 में गोरखपुर नगर निगम के पार्षद के रूप में की थी। इसके बाद वे संगठन और सरकार में विभिन्न जिम्मेदारियां निभाते हुए केंद्र सरकार में मंत्री पद तक पहुंचे। नामांकन के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव संगठन का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, इसलिए भाजपा के सांसदों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों को आमंत्रित किया गया है।
शनिवार दोपहर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने ‘प्रभु राम’ और ‘हर-हर महादेव’ के जयकारों के साथ उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने भी हाथ हिलाकर कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया।
पंकज चौधरी कुर्मी समाज से आने वाले भाजपा के चौथे प्रदेश अध्यक्ष होंगे। इससे पहले विनय कटियार, स्वतंत्र देव सिंह और ओम प्रकाश सिंह इस पद पर रह चुके हैं।
इसी दिन राष्ट्रीय परिषद के 80 पदों के लिए भी नामांकन हुआ। इसमें स्मृति ईरानी, दारा सिंह चौहान, साध्वी निरंजन ज्योति और अजय मिश्र टेनी सहित कई नेताओं ने नामांकन किया। ये सभी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में मतदाता होंगे। साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि वह संगठन पर्व में भाग लेने आई हैं और उनकी कोई व्यक्तिगत अपेक्षा नहीं है।













