हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 28 अप्रैल: 2025,
अलीगढ़, 28 अप्रैल 2025: आयुक्त अलीगढ़ मण्डल, संगीता सिंह ने सोमवार को कृषि विभाग द्वारा संचालित ‘कोमलिका फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी’ के कार्य प्रबंधन एवं संचालन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कंपनी द्वारा किसानों के हित में किए जा रहे कार्यों की सराहना की और उनसे जुड़े उत्पादों, विपणन प्रक्रियाओं और किसानों को मिल रहे विभिन्न लाभों की जानकारी ली।

निरीक्षण के दौरान, संगीता सिंह ने किसानों से फार्मर रजिस्ट्री जल्द से जल्द कराए जाने और 70 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों को आयुष्मान कार्ड बनवाने का आव्हान किया। साथ ही, मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन योजना के तहत ग्राम वाद वामनी के किसान हरेन्द्र पाल सिंह को रोटावेटर और ट्रैक्टर की चाबी प्रदान की।

उन्होंने कंपनी प्रबंधन को निर्देशित किया कि किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को और अधिक सक्रिय बनाया जाए, ताकि अधिक से अधिक कृषक लाभान्वित हो सकें। एफपीओ के माध्यम से किसानों को बेहतर बाजार, तकनीकी जानकारी, और प्रशिक्षण की सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। सरकार एफपीओ के सृजन और सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाओं और अनुदानों के माध्यम से सहायता प्रदान कर रही है। इसके अतिरिक्त, कृषि विभाग द्वारा एफपीओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता, और तकनीकी मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है।

एफपीओ की सफलता की कहानी
कोमलिका फार्मर प्रोड्यूसर के चेयरमैन आर.पी. पचौरी ने बताया कि 2018 में गठित एफपीओ में 10 सदस्य थे। आज सात साल बाद, इस संगठन में 1595 किसान जुड़ चुके हैं। एफपीओ के माध्यम से बीज उत्पादन, कृषि इनपुट, सरकारी खरीद, उन्नत बीज प्रजनन, और आलू का विदेशों में निर्यात किया जा रहा है। 2023-24 में कंपनी का टर्नओवर 732.96 लाख रुपये था, जिसमें 31 लाख रुपये से अधिक का लाभांश प्राप्त हुआ।

विभिन्न विभागों की योजनाओं का अवलोकन
निरीक्षण के दौरान, मंडलायुक्त ने परिसर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स का भी अवलोकन किया, जहां कृषि, पशुपालन, उद्यान, मत्स्य, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, नेडा, ग्रामीण विकास एवं स्वयं सहायता समूहों से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी जा रही थी।

सहयोग और योगदान
कृषि विभाग और स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से, कोमलिका फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी ने गुयाना और बहरीन में भी आलू निर्यात किया है। इस सफलता को देखकर, यह संगठन अब कृषि क्षेत्र में सतत विकास और खाद्य सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बन गया है।

इस कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. नंदकिशोर, उप निदेशक भूमि संरक्षण डॉ. हरेंद्र मिश्रा, उप निदेशक कृषि रक्षा सतीश मलिक, उप निदेशक कृषि यशराज सिंह, और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।