हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:17 जुलाई 2025
लखनऊ – आगरा हाईवे पर सैफई के पास दिया वारदात को अंजाम
लखनऊ। अभी तक सुना था के लुटेरे पुलिस की वर्दी में भी लूटपाट करते हैं, लेकिन अब एक कथित आईएएस अधिकारी ने मजिस्ट्रेट लिखी स्कॉर्पियो से लूट की। कथित आईएएस ने वारदात को उत्तर प्रदेश के सबसे व्यस्ततम आगरा – लखनऊ हाई वे पर वारदात को अंजाम दे डाला । पुलिस ने कई दिन के बाद स्कॉर्पियो को ट्रेस किया तो कथित आईएएस ने खुद को शामली में तैनात एसडीएम बताकर पुलिस को दबाव में लेने का प्रयास किया। एक बार तो पुलिस की भी घिग्घी बंध गई। लेकिन जब यूपीएससी की साइट खंगाली तो मामला खुल गया। इटावा पुलिस ने फर्जी आईएएस और उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। साथ ही आजमगढ़ के व्यक्ति से लूटे गए सारे रुपए, मोबाइल को बरामद भी कर लिया।
एसएसपी बृजेश श्रीवास्तव ने हिंदुस्तान मिरर को बताया कि आजमगढ़ निवासी राम प्रवेश यादव बीते 10 जुलाई की रात को आगरा से लखनऊ जा रहे थे। इसी दौरान इटावा जिले के सैफई थाना क्षेत्र में स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने उनसे साढ़े चार हजार रुपए, मोबाइल और एटीएम लूट लिया । राम प्रवेश यादव ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो मजिस्ट्रेट लिखी गाड़ी बताने पर पहले तो लूट होने का भरोसा ही नहीं हुआ। लेकिन बाद में मामला एसएसपी के संज्ञान में आया तो पुलिस ने सीसी टीवी कैमरे खंगाले।
एसएसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया की कई दिन की मेहनत के बाद पुलिस ने लूट में प्रयुक्त स्कॉर्पियो को पहचान लिया। पुलिस ने स्कॉर्पियो को बरामद कर एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु कर दी। इसी बीच बीती रात एक व्यक्ति का फोन आया। उसने कहा कि वह शामली जिले के तहसील ऊन में तैनात एसडीएम अमर पांडे बोल रहे हैं। वह 2022 बैच के आईएएस है। । जो गाड़ी पकड़ी गई है वह उनकी है। उनका ड्राइवर इस गाड़ी को लेकर गया था।
कथित आईएएस का फोन आने के बाद एक बार तो पुलिस की हालत खराब गई। मामला एसएसपी के संज्ञान में लाया गया। एसएसपी ने कथित आईएएस अमर पांडे से बात की और कहा कि वह खुद थाने आ जाएं और गाड़ी को ले जाएं। इस झांसे में अमर पांडे आ गया और थाने पहुंच गया। पहले तो पुलिस को उसका हुलिया और बातचीत देखकर ही संदेह हो गया कि वह आईएएस नहीं है । लेकिन फिर भी जब संघ लोक सेवा आयोग की साइट को खंगाला गया तो कहीं भी उसका नाम पुलिस को नहीं मिला। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो कथित आईएएस अमर पांडे टूट गया। पुलिस ने फर्जी आईएएस और उसके साथी को जेल भेज दिया।

















