हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:14 जुलाई 2025
श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर – शहीद दिवस के अवसर पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को मजार-ए-शुहदा (शहीद स्मारक) पर श्रद्धांजलि देने से रोके जाने पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। प्रशासन द्वारा अनुमति न दिए जाने के बाद उमर अब्दुल्ला चारदीवारी फांदकर स्मारक तक पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि उन्हें मजार पर जाने से जानबूझकर रोका गया। उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्होंने श्रद्धांजलि कार्यक्रम की सूचना प्रशासन को दी, उनके घर के बाहर बंकर लगा दिए गए और उन्हें नजरबंद कर दिया गया।
उन्होंने प्रशासन पर तीखा हमला करते हुए कहा, “जो खुद को कानून का रखवाला कहते हैं, वही हमें श्रद्धांजलि देने से रोकते हैं। क्या यही लोकतंत्र है?” उमर ने इसे कश्मीर के इतिहास और शहीदों का अपमान बताया।
पूर्व सीएम ने सोमवार सुबह चुपचाप दीवार फांदकर स्मारक में प्रवेश किया और वहां फातिहा पढ़कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने यह भी कहा कि अब वह बिना किसी की अनुमति के जब चाहें मजार पर जाएंगे।
इस घटना को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है, और सवाल उठने लगे हैं कि लोकतांत्रिक मूल्यों के तहत श्रद्धांजलि जैसे भावनात्मक अवसर पर भी प्रतिबंध क्यों लगाया गया।