हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ बुधवार 4 जून 2025
बेंगलुरु, 4 जून 2025: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के आईपीएल 2025 में पहली बार चैंपियन बनने के जश्न के दौरान बुधवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भयावह भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 33 अन्य घायल हो गए हैं। घटना के बाद पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया समेत कई नेताओं ने हादसे पर दुख जताया है।
कैसे हुई घटना?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्टेडियम में आरसीबी टीम के सम्मान समारोह की शुरुआत से पहले भारी भीड़ एक साथ प्रवेश द्वारों की ओर बढ़ी। स्थिति उस वक्त बेकाबू हो गई जब हजारों की संख्या में प्रशंसक एक साथ गेट पर धक्का-मुक्की करने लगे। सुरक्षा व्यवस्था नाकाफी थी और पुलिस भी इस विशाल भीड़ के सामने असहाय नजर आई। कई लोग जमीन पर गिर पड़े और उन्हें बचाने वाला कोई नहीं था।
पुलिस और प्रशासन की तैयारी पर उठे सवाल
हालात नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने पहले ही ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें केवल वैध पासधारकों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई थी, लेकिन भीड़ की संख्या अनुमान से कहीं अधिक निकली।
पीएम मोदी और नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे को “दिल दहला देने वाला” बताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा कि यह त्रासदी जीत की खुशी को गम में बदलने वाली है। उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी हादसे को “दर्दनाक और चौंकाने वाला” करार देते हुए लिखा कि “कोई भी जश्न किसी की जान से बड़ा नहीं होता।” उन्होंने सार्वजनिक कार्यक्रमों में सुरक्षा प्रोटोकॉल की कड़ी समीक्षा की मांग की।
विपक्ष का सरकार पर हमला
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि “बिना पर्याप्त तैयारी के कार्यक्रम आयोजित करना सरकार की विफलता है।” भाजपा एमएलसी चलवडी नारायणस्वामी ने इसे “सीधी प्रशासनिक चूक” करार दिया और न्यायिक जांच की मांग की।
सरकार का बचाव
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, “हम संकट के समय में लोगों के साथ हैं। हमने कार्यक्रम छोटा कर दिया और अब हालात सामान्य करने की पूरी कोशिश की जा रही है।” उन्होंने भाजपा के आरोपों को “राजनीतिक अवसरवाद” बताया।