हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ शनिवार 7 जून 2025
बरेली/बदायूं। अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड कंपनी द्वारा करोड़ों की ठगी के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मोटे मुनाफे का झांसा देकर कंपनी ने करीब 15 हजार निवेशकों से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जमा कराई और बाद में कार्यालय समेट कर फरार हो गई। मामले में कंपनी के निदेशक शशिकांत मौर्य, उसके भाई सूर्यकांत मौर्य और अन्य सहयोगियों के खिलाफ बदायूं कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
भाजपा ने की बड़ी कार्रवाई
ठगी के आरोपों में फंसे सूर्यकांत मौर्य, जो भाजपा की बरेली महानगर इकाई में महामंत्री थे, को अब पार्टी से बाहर कर दिया गया है। शनिवार को भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना ने बताया कि पार्टी ने सूर्यकांत की सक्रिय सदस्यता खत्म कर दी है और उन्हें सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया है।
रिश्तेदारों को भी लगाया चूना
सूर्यकांत और शशिकांत मौर्य ने आम लोगों के साथ अपने रिश्तेदारों को भी नहीं बख्शा। बरेली निवासी संतोष मौर्य, जो सूर्यकांत के सगे साढ़ू हैं, ने आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी जमीन बेचकर दो करोड़ रुपये व परिवार के पचास लाख रुपये कंपनी में निवेश किए थे। रकम वापस मांगने पर उन्हें डेढ़ करोड़ रुपये के बाउंस हो चुके चेक थमा दिए गए।
संपत्तियों का गुप्त रूप से स्थानांतरण
सूत्रों के मुताबिक, दोनों आरोपी भाई बीते पांच वर्षों से योजना बनाकर संपत्तियों को गुप्त रूप से ठिकाने लगाते रहे। दिवालिया घोषित होने की आशंका के चलते इन्होंने नोएडा, गुरुग्राम व अन्य शहरों में दूसरों के नाम पर संपत्तियां खरीद लीं। वहीं, बरेली व बदायूं की संपत्तियों को भी ठिकाने लगाने की कोशिश की गई।
पुलिस जांच तेज, SIT सक्रिय
बरेली और बदायूं दोनों जिलों में निवेशकों द्वारा हंगामा और शिकायतों के बाद पुलिस ने मामले की जांच के लिए SIT गठित की है। अब तक कई निवेशकों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराई हैं। एजेंसी सूर्यकांत और शशिकांत के करीबी एजेंटों की भी तलाश कर रही है। साथ ही एनसीएलटी कोर्ट में कंपनी की वित्तीय स्थिति को लेकर भी मामला दर्ज कराया गया है।