हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण का प्रचार रविवार को थम गया। अब राज्य 11 नवंबर को मतदान और 14 नवंबर को परिणाम के इंतजार में है। चुनाव से पहले सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत-नेपाल सीमा को 72 घंटे के लिए सील कर दिया गया है। महोत्तरी के सहायक मुख्य जिला अधिकारी संजय कुमार पोखरेल ने बताया कि सीमा पार आवाजाही पर रोक चुनाव सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगाई गई है।
चुनाव प्रचार के दौरान एनडीए और महागठबंधन दोनों के बड़े नेताओं ने पूरे दमखम से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की। सासाराम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बिहार में एक रक्षा गलियारा स्थापित किया जाएगा और आतंकवादियों को “गोली का जवाब गोली से” दिया जाएगा। उन्होंने बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं को राज्य के विकास का आधार बताया।
पटना में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि अगर एनडीए सत्ता में लौटा, तो नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। दूसरी ओर, राहुल गांधी ने भाजपा पर “वोट चोरी” का आरोप लगाते हुए युवाओं से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि “मोबाइल पर मेड इन चाइना नहीं, मेड इन बिहार लिखा हो।”
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में कहा कि बिहार का चुनाव “विकास बनाम जंगलराज” के बीच की लड़ाई है। उन्होंने गया और कैमूर की सभाओं में कहा कि “भारत तभी विकसित होगा जब बिहार विकसित होगा।”
अब पूरा राज्य 11 नवंबर के मतदान और 14 नवंबर के परिणाम का इंतजार कर रहा है। यह तय करेगा कि एनडीए की डबल इंजन सरकार बनी रहेगी या तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन वापसी करेगा। वहीं, जन सुराज पार्टी भी इस बार तीसरे मोर्चे के रूप में मजबूत दावेदारी पेश कर रही है।

















