हिन्दुस्तान मिरर न्यूज, 0९ जुलाई 2025
गुजरात में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच बुधवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया। महिसागर नदी पर स्थित आणंद और वडोदरा को जोड़ने वाला गंभीरा ब्रिज अचानक बीच से टूट गया, जिससे चार वाहन सीधे नदी में जा गिरे। इस भीषण दुर्घटना में 9 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया।
हादसे के तुरंत बाद प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। घायलों को वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत पर निगरानी रखी जा रही है। वडोदरा के कलेक्टर डॉ. अनिल धामेलिया ने पुष्टि की है कि नदी से 9 शव बरामद किए जा चुके हैं।
ब्रिज हादसे में एक टैंकर भी गिरते-गिरते बच गया, जिससे और बड़ा नुकसान टल गया। हादसे के बाद राज्य सरकार के प्रवक्ता और मंत्री ऋषिकेश पटेल ने घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने बताया कि ब्रिज की मरम्मत पूर्व में कराई गई थी, इसके बावजूद इस तरह का हादसा चिंताजनक है।
दूसरी ओर, इस हादसे ने राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप को भी हवा दे दी है। विपक्ष ने इस मामले को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि आखिर ब्रिज गिरने की जिम्मेदारी किसकी है? आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने सत्ताधारी भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक “मानव निर्मित त्रासदी” है, जिसके लिए सरकार और संबंधित विभाग सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।
फिलहाल प्रशासन घटनास्थल पर निगरानी बनाए हुए है और हादसे के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। यह हादसा एक बार फिर बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता और निगरानी पर सवाल खड़े कर गया है।