हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़। पूर्व राज्यसभा सांसद स्व. वसीम अहमद के मृत्यु प्रमाण पत्र को फर्जी तरीके से बनवाने के गंभीर मामले में उनकी पत्नी फराह बानो और साले मुस्तजाब मलिक के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पूरा फर्जीवाड़ा मुख्यमंत्री स्तर की जांच में उजागर हुआ, जिसमें सामने आया कि आरोपियों ने नगर निगम से फाइल फर्जी तरीके से निकलवाकर अपने नाम से आवेदन कर दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया।
दोदपुर निवासी सैय्यद अशहर इस्लाम (राजा) ने तहरीर में बताया कि 26 अप्रैल 2021 को सांसद वसीम अहमद का निधन उनके छोटे भाई के आवास पर हृदयाघात से हुआ था। वसीम ने 2014 में दिल्ली निवासी फराह बानो से निकाह किया था, परंतु विवाह के बाद भी उन्होंने अपनी किसी भी सांसद सेवा, बैंक खाते या निवेश में पत्नी का नाम शामिल नहीं कराया। आरोप है कि फराह बानो लगातार उन पर सऊदी अरब में रहने का दबाव बनाती थीं, जिसके चलते संबंधों में तनाव बढ़ता गया।
मृत्यु के बाद वसीम के छोटे भाई नसीम अख्तर ने सभी दस्तावेजों के वेरिफिकेशन और फील्ड रिपोर्ट के आधार पर नगर निगम से मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया। निगम ने सभी प्रक्रिया के बाद 24 नवंबर 2022 को सही प्रमाण पत्र जारी किया। बाद में पता चला कि 13 मार्च 2023 को फराह और मुस्तजाब ने फर्जीवाड़ा करते हुए नसीम द्वारा लगाई गई पूरी फाइल निकाल ली और खुद को पत्नी दर्शाकर नया प्रमाण पत्र बनवा लिया। आरोप है कि नगर निगम कर्मचारियों ने बिना परिवार को सूचित किए सही प्रमाण पत्र निरस्त भी कर दिया।
अशहर इस्लाम के अनुसार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भी लिखित रूप से स्पष्ट किया कि जिला अस्पताल मलखान सिंह से जारी दिखाया गया प्रमाण पत्र पूरी तरह फर्जी है। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री स्तर तक पहुंची, जहां जांच में पूरा सच सामने आने के बाद कार्रवाई शुरू हुई। इंस्पेक्टर सिविल लाइन विनोद कुमार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।













