हिन्दुस्तान मिरर न्यूज
लखनऊ, 9 अगस्त (भाषा)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ की शताब्दी के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम के वीर क्रांतिकारियों को नमन किया और उनके बलिदान को याद किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “ब्रिटिश शासन की चूलें हिला देने वाले ‘काकोरी रेल एक्शन’ की वर्षगांठ पर सभी अमर क्रांतिवीरों को शत-शत नमन! मां भारती के सपूतों की यह शौर्य गाथा देशवासियों के लिए प्रेरणापुंज है। इन वीरों का त्याग, साहस और राष्ट्रप्रेम सदैव हमारे हृदयों को ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता रहेगा।”
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी ‘एक्स’ पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, “काकोरी ट्रेन एक्शन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में साहस, बलिदान व अटूट देशभक्ति का अमर प्रतीक है। देश इन अमर वीरों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को युगों-युगों तक श्रद्धा पूर्वक स्मरण करता रहेगा।”
काकोरी ट्रेन एक्शन, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। नौ अगस्त 1925 को काकोरी (उत्तर प्रदेश) में क्रांतिकारियों ने ब्रिटिश सरकार का खजाना लूटने की योजना को अंजाम दिया। इस कार्रवाई का उद्देश्य क्रांति के लिए हथियार खरीदना और ब्रिटिश शासन को यह संदेश देना था कि भारतीय स्वतंत्रता सेनानी उनके अत्याचारों के खिलाफ संगठित और दृढ़ हैं।
इस घटना के बाद ब्रिटिश सरकार ने कड़ा रुख अपनाया और क्रांतिकारियों के खिलाफ मुकदमे चलाए। 1927 में इस मामले में राम प्रसाद ‘बिस्मिल’, अशफाक उल्ला खां, ठाकुर रोशन सिंह और राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को फांसी की सजा दी गई। इन वीरों के बलिदान ने स्वतंत्रता संग्राम की लौ को और प्रज्वलित किया और आने वाली पीढ़ियों को संघर्ष और त्याग का संदेश दिया।
आज, इस ऐतिहासिक घटना के 100 वर्ष पूरे होने पर देश इन वीर सपूतों के साहस, बलिदान और राष्ट्रप्रेम को स्मरण कर रहा है। काकोरी ट्रेन एक्शन की गाथा स्वतंत्रता के लिए लड़ी गई उस अदम्य जंग का प्रतीक है, जिसने भारत को आज़ादी की राह पर अग्रसर किया।