हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी गतिविधियों की अचानक बढ़ोतरी के बाद भारत ने अपना मिसाइल टेस्ट शेड्यूल रणनीतिक रूप से बदल दिया है। हाल ही में तीन चीनी सर्विलांस और रिसर्च वेसल—Shi Yan-6, Shen Hai Yi Hao और Lan Hai 201—एक साथ हिंद महासागर में सक्रिय देखे गए। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इन्हें “वैज्ञानिक मिशन” नहीं, बल्कि भारत की सैन्य क्षमताओं की जासूसी करने वाले हाई-टेक स्पाई वेसल बताया है। इन्हीं गतिविधियों के चलते भारत को अपना तय मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम बदलना पड़ा।
चीन की हरकतों से भारत सतर्क
Shi Yan-6 चीन का सबसे चर्चित रिसर्च वेसल है, जिसे भारतीय एजेंसियां उन्नत निगरानी क्षमता वाले जासूसी जहाज के रूप में देखती हैं। यह अंडमान के दक्षिणी हिस्से के अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में मौजूद है और मिसाइल लॉन्च की ट्रैकिंग, सिग्नल इंटरसेप्शन और पानी के भीतर की गतिविधियों की निगरानी में सक्षम है। इसकी मौजूदगी की वजह से भारत ने 24–27 नवंबर के बीच होना वाला मिसाइल परीक्षण टाल दिया।
अब भारत ने 1 से 3 दिसंबर 2025 के बीच नई टेस्ट विंडो तय करते हुए बंगाल की खाड़ी में 490 किलोमीटर का नो-फ्लाई जोन (NOTAM) जारी कर दिया है। माना जा रहा है कि इन दिनों तक Shi Yan-6 मॉरीशस की ओर आगे बढ़ जाएगा, जिससे परीक्षण सुरक्षित रहेगा।
हिंद महासागर में चीन की बढ़ती हलचल
वर्तमान में तीनों चीनी जहाज अलग-अलग सामरिक क्षेत्रों में सक्रिय हैं—
- Shi Yan-6
- उन्नत सेंसर से लैस जासूसी क्षमता
- भारतीय मिसाइल ट्राजेक्टरी और कम्युनिकेशन इंटरसेप्ट करने में सक्षम
- Shen Hai Yi Hao
- मालदीव के आसपास सक्रिय
- 7,000 मीटर तक उतरने वाली डीप-सी सबमर्सिबल तकनीक
- समुद्र तल की मैपिंग और अंडरसी केबल रूट का डेटा जुटाने में सक्षम
- Lan Hai 201
- लक्षद्वीप के पश्चिम में ऑपरेशन
- सोनार के जरिए समुद्र की गतियों और पनडुब्बी मूवमेंट की निगरानी
ये गतिविधियाँ चीन की दो बड़ी रणनीतियों का हिस्सा मानी जा रही हैं—
(1) भारत के मिसाइल कार्यक्रम की निगरानी
(2) हिंद महासागर में अपनी मौजूदगी बढ़ाना
भारत की नई रणनीति
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षण टाला गया है, रद्द नहीं। अगली टेस्ट विंडो 13 दिसंबर भी तय की जा चुकी है। अब नजर इस बात पर रहेगी कि क्या चीन अपने जहाज इस क्षेत्र से हटाता है या भारत को अपनी रणनीति आगे और बदलनी पड़ेगी। यह प्रतिस्पर्धा अब जमीन से आगे समुद्र में भी निर्णायक मोड़ पर पहुंच रही है।













