हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 1 मई : 2025,
उत्तराखंड के नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र में 12 वर्षीय नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह घटना बुधवार (30 अप्रैल 2025) की रात को उजागर हुई, जब पीड़िता अपनी मां के साथ मल्लीताल कोतवाली पहुंची और 60-76 वर्षीय ठेकेदार उस्मान पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने उसे लालच देकर पिछले तीन महीनों से लगातार यौन शोषण किया। इस शिकायत के बाद शहर में सांप्रदायिक तनाव फैल गया, और स्थानीय लोग व हिंदूवादी संगठन सड़कों पर उतर आए।
घटना का खुलासा और पुलिस कार्रवाई
पीड़िता, जो मल्लीताल के कंपाउंड क्षेत्र में रहती है और एक निजी स्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा है, ने अपनी मां को आपबीती सुनाई। मां के साथ कोतवाली पहुंचकर उसने लिखित शिकायत दर्ज की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नाबालिग को मेडिकल जांच के लिए बीडी पाण्डे अस्पताल भेजा। नैनीताल के एसपी सिटी डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि आरोपी उस्मान के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 65(1) और पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है, और उसे कोर्ट से रिमांड भी मिल चुकी है।
हिंदूवादी संगठनों का आक्रोश और तोड़फोड़

शिकायत दर्ज होने की खबर फैलते ही मल्लीताल और तल्लीताल क्षेत्रों में तनाव बढ़ गया। हिंदूवादी संगठनों, जिसमें श्रीराम सेवा दल और भाजपा नगर अध्यक्ष नितिन कार्की जैसे नेताओं का समर्थन था, ने कोतवाली का घेराव किया। आक्रोशित भीड़ ने मल्लीताल के बड़ा बाजार में जुलूस निकाला, नारेबाजी की, और कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की। भीड़ ने पास की एक मस्जिद पर पथराव किया और “पाकिस्तान मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाए। कुछ स्थानों पर वाहनों और मकानों की खिड़कियों पर भी पत्थरबाजी की गई, जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय लोगों और संगठनों ने पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई का आरोप लगाया और मांग की कि आरोपी को तुरंत कड़ी सजा दी जाए। कुछ प्रदर्शनकारियों ने कोतवाली में घुसने और आरोपी को बाहर निकालने की कोशिश की, जिसके चलते पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया और रात 2 बजे तक गश्त जारी रखी।
प्रशासन का हस्तक्षेप और सुरक्षा व्यवस्था
मामले की गंभीरता को देखते हुए नैनीताल के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, जिसमें एडीएम फिंचाराम चौहान, जॉइंट मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, और नायाब तहसीलदार शामिल थे, कोतवाली पहुंचे। एसपी जगदीश चंद्र ने भी मौके पर पहुंचकर लोगों को आश्वासन दिया कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। शांति बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल और पीएसी फोर्स तैनात की गई। गुरुवार (1 मई 2025) को भी तनाव के चलते नैनीताल में कर्फ्यू जैसे हालात रहे, और बाजार पूरी तरह बंद रहे।
नगर पालिका का नोटिस
प्रदर्शन और तनाव के बीच नगर पालिका ने आरोपी उस्मान को अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा गया कि उस्मान ने पालिका और वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा किया है। उसे तीन दिनों के भीतर अतिक्रमण हटाने या अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया गया, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक और सांप्रदायिक तनाव
इस घटना ने नैनीताल में सांप्रदायिक तनाव को जन्म दिया। हिंदूवादी संगठनों ने आरोप लगाया कि समुदाय विशेष के लोग असामाजिक तत्वों को पनाह दे रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि आरोपी को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर जल्द सजा दी जाए और उसके अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाए। गुरुवार को भी संगठनों ने रैली निकाली और कुमाऊं कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा।
पीड़िता की स्थिति और मेडिकल जांच
पीड़िता का मेडिकल टेस्ट बीडी पाण्डे अस्पताल में चिकित्सकों के पैनल द्वारा किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता के परिवार ने प्रशासन से सुरक्षा और न्याय की मांग की है।
नैनीताल में स्थिति अब
गुरुवार को भी नैनीताल में तनाव बना रहा। हिंदूवादी संगठनों ने बाजार बंद रखने का ऐलान किया, जिसका व्यापक असर देखा गया। पुलिस ने पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। एसपी जगदीश चंद्र ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी, और मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।