हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 10अप्रैल: 2025,
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने अतीत के विवादित बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर खुलकर बात की। उनसे जब उनके पुराने विवादित पोस्ट और बयानों के बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने स्वीकार किया कि गलतियां हुईं, लेकिन उनका इरादा कभी भी किसी को ठेस पहुंचाने या गलत करने का नहीं था। सीएम ने कहा कि हर इंसान के जीवन में विकास और परिपक्वता की एक प्रक्रिया होती है, और वह भी इससे अलग नहीं हैं।
‘छोटी उम्र में भाषा पर नियंत्रण नहीं था’
रेखा गुप्ता ने अपने बचाव में कहा, “हो सकता है कि जब मैं छोटी थी, तो मुझे अपनी भाषा पर उतना कंट्रोल रखना नहीं आता था। जैसे-जैसे मैं बड़ी हुई, मैंने अपनी कमियों को समझा। शायद उस समय मेरे काम में उतनी परिपक्वता नहीं थी, जो अब दिखती है।” उन्होंने आगे कहा, “मैं कोई पूरी तरह प्रशिक्षित मुख्यमंत्री नहीं हूं, जो कभी गलती न करे। मैंने कई गलतियां की हैं और यह हर इंसान के साथ होता है।”
विधानसभा में ‘ठुल्ला’ विवाद को किया याद
सीएम ने अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए एक पुराना उदाहरण भी दिया। उन्होंने बताया कि राज्य विधानसभा में एक भाषण के दौरान कहानी सुनाते वक्त उनके मुंह से ‘ठुल्ला’ शब्द निकल गया था। इस पर सफाई देते हुए रेखा गुप्ता ने कहा, “मेरा इरादा किसी पुलिस अधिकारी या सैनिक को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैं उन सभी का बहुत सम्मान करती हूं, जो 24 घंटे देश की सेवा में लगे रहते हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह एक अनजाने में हुई गलती थी, जिसका उन्हें बाद में एहसास हुआ।
‘पुलिस और सैनिकों का सम्मान करती हूं’
न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में रेखा गुप्ता ने पुलिस अधिकारियों और सैनिकों के प्रति अपनी श्रद्धा जताई। उन्होंने कहा, “ये लोग दिन-रात काम करते हैं। नींद, खाना और परिवार का त्याग करते हैं। हर सूचना पर तैयार रहते हैं। मैं इन सभी के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करती हूं।” सीएम ने यह भी कहा कि उनकी ओर से कभी भी जानबूझकर कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की गई।
‘गलतियां स्वीकार करना मेरी फितरत में’
रेखा गुप्ता ने अपनी गलतियों को स्वीकार करने की बात पर जोर देते हुए कहा, “कभी-कभी हम गलतियां कर सकते हैं, लेकिन हमें समय रहते इसका एहसास हो जाना चाहिए। यह समझना जरूरी है कि जो हुआ, वह सही नहीं था।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे अपनी गलतियों को स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं लगती। मैं उन्हें स्वीकार करती हूं और भविष्य में बेहतर करने की कोशिश करती हूं।”
‘सीखने की प्रक्रिया का हिस्सा हैं गलतियां’
दिल्ली की मुख्यमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि गलतियां करना और उनसे सीखना जीवन का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “हमारा इरादा कभी गलत करने का नहीं होता। जो गलत हुआ, उसे हमें समय रहते सुधार लेना चाहिए। मैं हमेशा अपनी गलतियों से सीखती हूं और आगे बढ़ने की कोशिश करती हूं।”
इस इंटरव्यू के जरिए रेखा गुप्ता ने न सिर्फ अपनी गलतियों को स्वीकार किया, बल्कि यह भी दिखाने की कोशिश की कि वह एक ऐसी नेता हैं, जो अपनी कमियों को पहचानकर सुधार की दिशा में काम करती हैं।