हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 14अप्रैल: 2025,
ऊंचाहर (रायबरेली): एनटीपीसी ऊंचाहर ताप विद्युत परियोजना में अचानक तीन यूनिटों के बंद हो जाने से बिजली उत्पादन में भारी गिरावट आई है, जिससे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे नौ राज्यों में बिजली संकट की आशंका गहराने लगी है।
तीन यूनिटें एक के बाद एक हुईं ठप
परियोजना में कुल छह यूनिटें स्थापित हैं, जिनमें से पांच यूनिटें 210-210 मेगावाट तथा छठी यूनिट 500 मेगावाट की है। शनिवार की रात को यूनिट नंबर चार के बॉयलर में रिसाव की वजह से उसे तत्काल बंद करना पड़ा। इसी बीच पहले से बंद यूनिट नंबर तीन को दोबारा चालू करने की कोशिश की गई, लेकिन शुरुआत में ही उसका सूट ब्लोअर कपलिंग टूट गया, जिससे वह भी पुनः बंद करनी पड़ी। इसके बाद पांचवीं यूनिट में भी तकनीकी खराबी आ गई और उसे भी बंद करना पड़ा।
उत्पादन घटकर रह गया सिर्फ 920 मेगावाट
तीन यूनिटों के ठप होने से परियोजना का कुल बिजली उत्पादन गिरकर केवल 920 मेगावाट रह गया है, जो यूनिट नंबर एक, दो और छह से हो रहा है। इससे पहले यह उत्पादन 1500 मेगावाट से अधिक होता था।
इंजीनियरों की टीम जुटी मरम्मत में
एनटीपीसी के इंजीनियरों की टीम लगातार यूनिट नंबर तीन और पांच की मरम्मत में जुटी हुई है। परियोजना के जनसंपर्क अधिकारी ऋषभ शर्मा ने बताया कि यूनिट नंबर तीन और पांच को ग्रिड में अर्थिंग की समस्या के कारण बंद किया गया है, जबकि यूनिट नंबर चार से पुनः उत्पादन शुरू कर दिया गया है।
बिजली संकट से जूझ सकते हैं ये राज्य
ऊंचाहर एनटीपीसी से बिजली खरीदने वाले राज्य – जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश – पहले ही गर्मी के मौसम में बढ़ती मांग से जूझ रहे हैं। ऐसे में तीन यूनिटों का बंद होना इन राज्यों में बिजली संकट को और बढ़ा सकता है।
प्रशासन की अपील: जल्द सामान्य होगा उत्पादन
एनटीपीसी प्रशासन का कहना है कि तकनीकी समस्याओं को जल्द दूर कर बिजली उत्पादन सामान्य किया जाएगा। इंजीनियरिंग टीम लगातार प्रयास कर रही है कि प्रभावित यूनिटों को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।