हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
संसद के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन चुनाव सुधारों और SIR प्रक्रिया पर तीखी बहस के दौरान लोकसभा में जोरदार हंगामा देखने को मिला। गृहमंत्री अमित शाह ने इस बहस में कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए ‘वोट चोरी’ को लेकर कई ऐतिहासिक उदाहरण पेश किए। वहीं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए शाह को खुली बहस की चुनौती दे डाली।
अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद पीएम चयन में 28 वोट सरदार पटेल को और केवल 2 वोट जवाहरलाल नेहरू को मिले, फिर भी नेहरू प्रधानमंत्री बने—यही पहली वोट चोरी थी। दूसरी घटना का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध करार दिया था, जिसे छिपाने के लिए संसद में ऐसा कानून लाया गया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई केस न चल सके। तीसरी ‘वोट चोरी’ का आरोप उन्होंने सोनिया गांधी पर लगाया, यह कहते हुए कि नागरिक बनने से पहले ही वह मतदाता बन गईं।
राहुल गांधी द्वारा SIR और वोट चोरी पर आरोपों को लेकर शाह ने कहा कि हरियाणा में ‘501 वोट एक ही घर में’ का दावा गलत साबित हुआ है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि हाउस नंबर 265 कई परिवारों का संयुक्त पुश्तैनी आवास है। शाह ने कहा कि मतदाता सूची में दोहरी प्रविष्टियाँ सिस्टम की खामी से होती हैं, न कि किसी की साज़िश से।
उन्होंने विपक्ष पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा भी कई राज्यों—छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, बंगाल—में चुनाव हारी है, लेकिन कभी चुनाव आयोग या मतदाता सूची पर उंगली नहीं उठाई। SIR को उन्होंने पारदर्शिता और तकनीकी खामियों को दूर करने वाला सुधार बताया।













