हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
संसद के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों में माहौल खासा गरम रहा। जहां राज्यसभा में ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने पर जारी चर्चा आज भी जारी रही, वहीं लोकसभा में चुनाव सुधारों को लेकर तीखी बहस देखने को मिली।
1 दिसंबर से शुरू हुए शीतकालीन सत्र में लगातार ‘वंदे मातरम’, चुनाव सुधार, और संस्थाओं की स्वतंत्रता जैसे मुद्दे चर्चा के केंद्र में हैं। विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
राज्यसभा में ‘वंदे मातरम’ पर बहस जारी
राज्यसभा में मंगलवार से शुरू हुई ‘वंदे मातरम’ पर विशेष चर्चा बुधवार को भी जारी रही। मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह सहित सरकार के कई नेताओं ने इसमें हिस्सा लिया। आज डेली रूटीन कार्यवाही के बाद चर्चा फिर शुरू होगी।
इसमें बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बोलने की संभावना है। इसके बाद सदन में चुनाव सुधारों पर बहस होगी, जिसकी शुरुआत कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल कर सकते हैं। कांग्रेस की ओर से अजय माकन, दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला अपने तर्क रखेंगे।
लोकसभा में चुनाव सुधारों पर टकराव
लोकसभा में भी चुनाव सुधारों पर जोरदार बहस जारी रही। विपक्ष की ओर से केसी वेणुगोपाल, इमरान मसूद और वर्षा गायकवाड़ आज अपनी बात रखेंगे।
शाम करीब 5 बजे गृह मंत्री अमित शाह सदन में बहस का जवाब देंगे। उम्मीद है कि वे कांग्रेस के आरोपों पर आज कड़ा पलटवार करेंगे।
राहुल गांधी के तीखे आरोप
मंगलवार को राहुल गांधी ने लोकसभा में सत्ता पक्ष पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाते हुए कहा कि यह “सबसे बड़ा राष्ट्र विरोधी कृत्य” है। उन्होंने दावा किया कि सत्ता पक्ष और RSS निर्वाचन आयोग व अन्य संस्थाओं पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
राहुल ने मांग की कि सभी राजनीतिक दलों को मतदान से एक महीने पहले मशीन द्वारा पढ़ने योग्य मतदाता सूची, मतदान केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज और EVM संरचना की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
इसके साथ ही, उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़े 2023 के अधिनियम की आलोचना की, जिसमें चयन समिति में प्रधानमंत्री, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और एक कैबिनेट मंत्री शामिल होते हैं।













